अदालत में फाड़ दिया जन्मस्थान का नक्शा
अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट में मुस्लिम पक्षकारों की ओर से बहस करने वाले वरिष्ठ अधिवक्ता राजीव धवन ने सुनवाई के आखिरी दिन अदालत की अनुमति से भगवान राम के सही जन्मस्थल को दर्शाने वाला सचित्र नक्शा फाड़ दिया।
राजीव धवन |
अखिल भारतीय हिन्दू महासभा की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता विकास सिंह द्वारा अयोध्या में विवादित स्थल पर भगवान राम के जन्म स्थल को दर्शाने वाले नक्शे का हवाला दिए जाने पर राजीव धवन ने आपत्ति की थी। इस पर धवन ने संविधान पीठ से पूछा कि उन्हें इसका क्या करना चाहिए। अदालत ने कहा कि वह इसके टुकड़े कर सकते हैं।
इस पर राजीव धवन ने अदालत कक्ष में अखिल भारतीय हिन्दू महासभा के अधिवक्ता द्वारा उपलब्ध कराया गया सचित्र नक्शा फाड़ दिया। विकास सिंह ने बहस के दौरान इलाहाबाद हाई कोर्ट के फैसले के विभिन्न बिन्दुओं का उल्लेख किया और कहा कि भगवान राम के जन्म स्थान की पवित्रता के प्रति हिन्दुओं में आदि काल से गहरी आस्था और विश्वास बना हुआ है।
धवन ने पूर्व आईपीएस अधिकारी किशोर कुणाल द्वारा लिखित एक पुस्तक का हवाला देने के विकास सिंह के प्रयास का विरोध किया और कहा कि इस तरह के प्रयास की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। अदालत ने इसके बाद विकास सिंह को अपनी दलीलें जारी रखने के लिए यह कहते हुए टिप्पणी की कि उनकी (धवन) आपत्ति का संज्ञान ले लिया है।
निर्मोही और निर्वाणी अखाड़ा ने भी अयोध्या में विवादित भूमि के प्रबंधन और अनुयायी के अधिकार को लेकर अपना दावा किया और कहा कि 1885 से ही इस संपत्ति पर उनका कब्जा है और मुस्लिम पक्ष ने ईमानदारी से इस तथ्य को स्वीकार किया है।
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