श्रीनगर में करीब दो दर्जन आतंकी मौजूद
नगर और इसके आसपास के क्षेत्रों में करीब दो दर्जन आतंकवादी मौजूद हैं और कुछ इलाकों में वे दुकानदारों को खुलेआम धमकी दे रहे हैं, जिसको लेकर सुरक्षा बलों में काफी चिंता है।
श्रीनगर में करीब दो दर्जन आतंकी मौजूद |
अधिकारियों के मुताबिक, सुरक्षा बल हर तरह से एहतियात बरत रहे हैं ताकि सुनिश्चित किया जा सके कि आतंकवादी स्थिति का इस्तेमाल लोगों को भड़काने में नहीं कर सकें, क्योंकि पहले भी आतंकवाद निरोधक अभियानों के दौरान युवक पथराव की घटनाओं में संलिप्त रहे हैं।
जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त किए जाने और इसे दो केंद्र शासित प्रदेशों में पांच अगस्त को बांटने की घोषणा करने के बाद सरकार द्वारा लगाई गई कई पाबंदियों के बाद केवल छिटपुट घटनाएं ही सामने आई हैं। उन्होंने कहा कि पाबंदियां धीरे- धीरे हटाई जा रही हैं, लेकिन कश्मीर घाटी में स्थिति ‘सामान्य से कहीं दूर’ नजर आती है, खासकर आतंकवादियों की मौजूदगी को देखते हुए। अधिकारियों ने बताया कि श्रीनगर के बाहरी इलाकों में कई स्थानों पर आतंकवादियों को खुलेआम घूमते देखा गया और वे दुकानदारों को दुकानें बंद रखने और उनका आदेश मानने की धमकी भी दे रहे हैं।
जम्मू-कश्मीर पुलिस के प्रमुख दिलबाग सिंह ने आतंकवादियों की मौजूदगी की संभावना से इंकार नहीं किया, लेकिन कहा कि यह दावा करना कि वे खुलेआम घूम रहे हैं ‘अतिशयोक्ति’ है। राज्य के साथ ही केंद्र के कई अधिकारियों से बातचीत के बाद अनुमान है कि करीब दो दर्जन आतंकवादी नगर की सीमा में मौजूद हैं, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में उनकी आवाजाही एवं उनका देखा जाना आम बात है।
स्थिति सामान्य नहीं : जम्मू-कश्मीर में स्थिति अभी भी पूरी तरह से सामान्य नहीं है तथा लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि रविवार को घाटी के किसी भी इलाके में कर्फ्यू नहीं लगाया गया। शनिवार रात को घाटी में अधिकतर जगहों पर हालात शांतिपूर्ण रहे थे।
हालांकि कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए घाटी के कई इलाकों में चार से अधिक लोगों को एक साथ एकत्रित होने से रोकने के लिए प्रशासन ने धारा 144 लगा रखी है।
ऐतिहासिक जामिया मस्जिद के सभी दरवाजे पांच अगस्त से ही बंद हैं और यहां किसी भी तरह के प्रदर्शन को रोकने के लिए बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है।
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