देश के कई हिस्सों में भारी बारिश; कर्नाटक, महाराष्ट्र में स्थिति गंभीर
देश के अधिकतर हिस्सों में बुधवार को भारी बारिश हुई। कर्नाटक और महाराष्ट्र के बाढ प्रभावित हिस्सों में स्थिति गंभीर बनी हुई है, जहां 2.5 लाख लोगों को अन्य स्थानों पर पहुंचाया गया है।
![]() कर्नाटक और महाराष्ट्र में बाढ़ से स्थिति गंभीर |
वहीं, आंध्र प्रदेश में कई नदियां उफान पर हैं।
भारी बारिश और बाढ की वजह से पश्चिमी महाराष्ट्र में हालात बिगड़ गए हैं। अधिकारियों ने गुरुवार को बताया कि सांगली के जिला जेल में भी पानी घुस गया, जिसकी वजह से प्रशासन ने कैदियों को ऊपरी मंजिल पर स्थानांतरित किया है।
पिछले कुछ दिनों से सांगली में हो रही बारिश की वजह से बुधवार को जिला जेल परिसर पानी से घिर गया जहां करीब 370 कैदी हैं।
अतिरिक्त महानिदेशक (कारागार) सुनील रामानंद ने कहा, ‘‘जेल में भूतल की बैरकों में घुटनों तक पानी भरा है। हमनें सभी कैदियों को पहली मंजिल पर बनी बैरकों में स्थानांतरित किया है। अभी तक कैदियों को जेल से बाहर स्थानांतरित करने की जरूरत नहीं पड़ी। ’’
पुणे के आयुक्त दीपक म्हैसकर ने बताया कि बुधवार तक पुणे क्षेत्र (पुणो, सतारा, सोलापुर, सांगली और कोल्हापुर जिले) में 1.32 लाख लोग बाढ से प्रभावित हैं।
एक अन्य अधिकारी ने बुधवार को बताया कि बारिश और बाढ के कारण पश्चिमी महाराष्ट्र में अबतक 16 लोगों की मौत हुई है। सांगली और कोल्हापुर में स्थिति अभी भी गंभीर बनी हुई है।
ओडिशा के कई हिस्सों में बाढ जैसी स्थिति पैदा हो गई है और दक्षिणी क्षेत्र में कुछ इलाकों में रेल सेवाएं बाधित रहीं।
बाढ से प्रभावित कर्नाटक में नौ लोगों की मौत, 43 हजार लोगों को बचाया
कर्नाटक के बाढ और बारिश से प्रभावित इलाकों से अभी तक करीब 43,000 लोगों को बचाया गया है। यहां बारिश के प्रकोप के कारण नौ लोगों की मौत हो चुकी है। अधिकारियों ने गुरूवार को बताया कि सबसे अधिक प्रभावित बेलगावी जिले से 40,180 लोगों को बचाया गया है। जिले में छह लोगों की मौत हो चुकी है।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, उत्तर कन्नड़ जिले में बारिश से संबंधित घटनाओं में दो लोगों की मौत हो गई। यहां से अभी तक 3,088 लोगों को बाहर निकाला गया है। करीब 17,000 लोग राहत शिविरों में शरण लिए हुए हैं।
मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा बेलगावी में रुके हुए हैं और राहत एवं बचाव अभियान पर नजर रख रहे हैं। उन्होंने गुरूवार को बेलगावी के बारिश से प्रभावित शिवाजीनगर और
गांधीनगर इलाकों का दौरा किया।
एक आधिकारिक बयान में कहा गया है, ‘‘जलाशयों से पानी छोड़ने की प्रक्रिया अच्छी तरह से समन्वित है और प्रोटोकॉल के अनुसार है ताकि निचले इलाकों को डूबने से बचाया जा सके। बड़ी मात्रा में पानी छोड़ने से प्रभावित होने वाले गांवों की पहचान कर ली गई और आवश्यक एहतियात बरता जा रहा है।’’
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि दमकल और आपात विभाग, राज्य आपदा मोचन बल, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल और सेना की संयुक्त बचाव टीमों ने उत्तरी, तटीय और मलनाड क्षेत्र में प्रभावित जिलों से अभी तक कुल 43,858 लोगों को बाहर निकाला है।
बयान में कहा गया है कि जिला प्रशासन हाई अलर्ट पर है और जलाशयों से बड़ी मात्रा में पानी छोड़े जाने से पैदा होने वाली किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार है। इसमें कहा गया है, ‘‘बाढ के हालात नियंतण्रमें हैं।’’
इस बीच, दक्षिण पश्चिमी रेलवे ने पुणे मंडल पर पचापुर, गोकक और कुछ अन्य स्थानों पर मूसलाधार बारिश के कारण पटरियां जलमग्न होने के कारण बृहस्पतिवार को 18 ट्रेनों को रद्द करने की घोषणा की। उसने बताया कि पटरियों पर जल भराव के कारण कई ट्रेनें देरी से चल रही हैं।
National Disaster Response Force (NDRF) teams continue rescue operations in flood-affected Satara district. #maharashtrafloods pic.twitter.com/SyFpRiD1VL
— ANI (@ANI) August 8, 2019
पश्चिमी महाराष्ट्र में खास तौर पर कोल्हापुर और सांगली जिलों में बाढ की स्थिति भयावह होने के बाद 1.32 लाख से ज्यादा लोगों ने सुरक्षित स्थानों पर शरण ली है। यहां लगातार हुई बारिश से यह स्थिति उत्पन्न हुई है।
अधिकारियों ने बताया कि पिछले सात दिनों में बारिश और बाढ से संबंधित विभिन्न घटनाओँ में 16 लोगों की मौत हो चुकी है।
Maharashtra: Bhamragad area of Gadchiroli District flooded following heavy & incessant rainfall pic.twitter.com/5DCnVABYL7
— ANI (@ANI) August 8, 2019
पुणे के प्रखण्ड आयुक्त डॉक्टर दीपक महाइसेकर ने कहा, ’’पुणे क्षेत्र में (पुणे, सतारा, सोलापुर, सांगली और कोल्हापुर जिलों में) अब तक बाढ से 1.32 लाख लोग प्रभावित हुए हैं और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। उन्होंने बताया कि सांगली और कोल्हापुर जिलों में क्रमश: 53,000 और 51,000 लोगों को बाहर निकाला गया है।
महाइसेकर ने कहा, ‘‘सेना, नौसेना और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) दोनों जिलों में बचाव अभियान चला रहे हैं और बुधवार शाम तक एनडीआरएफ की छह और टीम कोल्हापुर जाएंगी।’’
इस बीच, राष्ट्रीय राजधानी में दिनभर उमस रही, जहां तापमान 35.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सफदरजंग वेधशाला में 22.2 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। पालम वेधशाला ने 9.6 मिमी और लोधी रोड वेधशाला में 24.3 मिमी बारिश दर्ज की गई।
उत्तर प्रदेश में, हरदोई में बिजली गिरने से तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि गोरखपुर में एक व्यक्ति की मृत्यु हो गई। राज्य सरकार के प्रवक्ता ने कहा कि ग्रेटर नोएडा में लगातार बारिश से चार लोगों की जान चली गई, जबकि बुलंदशहर और कानपुर में एक-एक व्यक्ति की मौत हो गई।
हिमाचल प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में बुधवार को हल्की बारिश हुई। ऊना में अधिकतम 109 मिलीमीटर बारिश ुई।
छत्तीसगढ के कुछ हिस्सों में पिछले दो दिन से हो रही भारी बारिश के कारण जनजीवन प्रभावित हुआ है। वहीं, मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के दौरान भारी बारिश की चेतावनी दी है। पिछले कुछ समय से लगभग सूखे की स्थिति का सामना कर रहे छत्तीसगढ के कुछ हिस्सों में आज सुबह से भारी बारिश हो रही है। वहीं, राज्य के दक्षिण क्षेत्र बस्तर में पिछले दो दिन से भारी बारिश के कारण कुछ गांवों का जिला मुख्यालय से संपर्क टूट गया है।
Chhattisgarh: Incessant rainfall has led to flooding in parts of Sukma district. Locals are being evacuated to safer places pic.twitter.com/dWDwk3eNEm
— ANI (@ANI) August 8, 2019
राजस्थान के पूर्वी हिस्सों में पिछले 24 घंटों के दौरान कई स्थानों पर और पश्चिमी हिस्सों में कुछ स्थानों पर बारिश का दौर जारी रहा।
मौसम विभाग ने आगामी 24 घंटों के दौरान राज्य के कुछ जिलों में मूसलाधार बारिश और राजधानी जयपुर सहित 11 जिलों में भारी बारिश होने की चेतावनी जारी की है।
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