गोवा कांग्रेस में फूट, 10 विधायक भाजपा में
कांग्रेस के गोवा के प्रभारी चेला कुमार दिल्ली में संसद में व्यस्त रहे और उधर पणजी में पार्टी के 10 विधायक भाजपा की तरफ खिसक गए।
भाजपा |
इस घटनाक्रम के बाद भी कांग्रेस हाईकमान ने गोवा के प्रभारी को गोवा जाने के निर्देश नहीं दिए। जब चेला कुमार से पूछा गया कि पार्टी का अगला कदम क्या होगा ? क्या पार्टी कोर्ट जा सकती है, तो उन्होंने कहा कि वह राज्य में उत्पन्न स्थिति को लेकर दिल्ली में वरिष्ठ नेताओं से चर्चा कर रहे हैं। इस विषय पर जब कांग्रेस के गोवा में अध्यक्ष गिरीश चोडंनकर से बात करने का प्रयास किया गया तो वह उपलब्ध नहीं हुए।
गोवा में कांग्रेस के लिए सबसे अधिक चिंताजनक यह है कि विधायकों के साथ विधायक दल के नेता चंद्रकांत कावलेकर ने भी पार्टी छोड़ी है। कम दिनों में पार्टी को ऐसा बड़ा झटका दूसरी बार लगा है। इससे पहले महाराष्ट्र में भी विधायक दल के नेता ने पार्टी छोड़ी थी। गोवा में दलबदल सामान्य बात है, लेकिन कांग्रेस के लिए असामान्य यह रहा कि वह 40 सदस्यों की विधानसभा में 15 विधायकों के साथ सबसे बड़ा दल होने के बाद भी सरकार नहीं बना सकी थी। इस मामले में कांग्रेस के तत्कालीन प्रभारी महासचिव दिग्विजय सिंह की भूमिका पर भी सवाल उठाए गए थे कि उन्होंने सरकार बनाने का दावा पेश करने में देरी की थी।
बाद में कांग्रेस के एक बड़े नेता के विधायक बेटे ने भाजपा में जाकर सबको चौंकाया। वह इस्तीफा देकर भाजपा से चुनाव लड़े और मंत्री बन गए। कांग्रेस नेतृत्व ने गोवा की लगातार अनदेखी की। विधायक खुलकर बोलते रहे कि पार्टी में उनकी नहीं सुनी जा रही है। गोवा में संगठन के नाम पर गतिविधियां समाप्त हो गई थीं। प्रदेश अध्यक्ष गिरीश चोडंनकर ने भी राहुल गांधी के इस्तीफा देने के बाद इस्तीफा दे दिया था। बताया जा रहा कि कांग्रेस से आए विधायक दल के नेता कावलेकर को भी महाराष्ट्र की तर्ज पर मंत्री बनाया जा रहा है।
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