ममता को मिला विपक्ष का साथ, बोलीं- देश, संविधान बचाने के लिए जारी रखूंगी सत्याग्रह
कोलकाता पुलिस आयुक्त राजीव कुमार के घर पर कल रात केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के अधिकारियों के पहुंचने और इन अधिकारियों की गिरफ्तारी से हुए नाटकीय घटनाक्रम के बाद राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अभी भी अपने धरने पर डटी हुई हैं।
![]() पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी |
इस बीच सीबीआई ने आज उच्चतम न्यायालय जाने का फैसला किया है।
बनर्जी ने धरना स्थल पर मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए आज कहा, ‘‘ मेरा आंदोलन लोकतंत्र और देश को बचाने के लिए है और जब तक यह मामला सुलझ नहीं जाता तब तक यह आंदोलन जारी रहेगा। मुझे इस बात का दुख है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी अध्यक्ष अमित शाह जिस तरह राज्य का शासन अपने हाथों में लेने की कोशिश कर रहे हैं वह अपने आप में अभूतपूर्व हैं। चूंकि मैंने हाल ही में यूनाईटेड इंडिया रैली का आयोजन किया था इसी वजह से मुझे निशाना बनाया जा रहा है। आप लोगों ने प्रधानमंत्री के भाषण को देखा है क्या यह भाषा किसी प्रधानमंत्री को शोभा देती है। उन्होंने धमकी भी दी थी।’’
बनर्जी ने कहा, ‘‘2019- भाजपा का खात्मा, उनकी समाप्ति की तारीख आ चुकी है, यह हमारी सरकार थी जिसने चिटफंड घोटाले के प्रमुख की गिरफ्तारी के लिए विशेष जांच दल का गठन किया था और हमारी सरकार के कार्यकाल में चिटफंड के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी गई थी। जब भी चुनाव नजदीक आते हैं तो वे बार-बार इसी मसले को उठाते हैं। इस पटकथा को मोदी लिख रहे हैं और सीबीआई के जरिए दोभाल इसे क्रियान्वित कर रहे हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘कोलकाता पुलिस आयुक्त विश्व के बेहतरीन अफसरों में से एक हैं और बिना किसी वारंट के सीबीआई आखिर कैसे कोलकाता पुलिस आयुक्त के घर पर आ सकती है, यह एक संवैधानिक संकट हैं। वे एक समानांतर सरकार चला रहे है और मेरी सभी विपक्षी दलों से अपील है कि वे सभी एक साथ मिलकर काम करे ताकि इस सरकार को सत्ता से बाहर किया जा सके। मोदी हटाओ, देश बचाओ, क्या अब वे अनुच्छेद 356 का इस्तेमाल करेंगें और अगर ऐसा होता है तो जनता इस बार उन्हें मुंहतोड़ जवाब देगी। राज्यपालों के कार्यालय भाजपा के शाखा कार्यालय बन चुके हैं और देश की हालत अति आपातकाल जैसी है। देश के संविधान, संघीय ढांचे और लोकतंत्र को बचाने के लिए मैंने धरने पर बैठने का निर्णय लिया है।’’
सीबीआई सुप्रीम कोर्ट जाने की तैयारी में
इसी धरना स्थल पर एक मंच बनाया गया है जहां मुख्यमंत्री आज अपने मंत्रिमंडल की बैठक लेंगी।
उधर, इस पूरे घटनाक्रम पर सीबीआई आज उच्चतम न्यायालय जाएगी और यह दावा करेगी कि चिटफंड घोटाले की जांच में पश्चिम बंगाल सरकार और राज्य पुलिस अड़चन डाल रही है।
मुख्यमंत्री कुछ वरिष्ठ मंत्रियों और पार्टी के सदस्यों के साथ बिना कुछ खाए रातभर अस्थायी मंच पर बैठी रहीं।
बनर्जी ने धरना स्थल पर मौजूद पत्रकारों से कहा कि उन्हें मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और गुजरात के विधायक और दलित नेता जिग्नेश मेवाणी समेत कई नेताओं के फोन आ रहे हैं।
यह पूछने पर कि क्या कोई नेता उनसे मिलने शहर आएगा, बनर्जी ने कहा, ‘‘ मुझे इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। अगर कोई आना चाहता है तो हम उसका स्वागत करेंगे। यह लड़ाई मेरी पार्टी की नहीं है। यह मेरी सरकार के लिए है।’’
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एम चंद्रबाबू नायडू, राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद सहित कई नेताओं ने ममता बनर्जी का समर्थन किया है।
राहुल सहित विभिन्न पार्टी के नेताओं ने की ममता से बात
राहुल गांधी ने रविवार को ममता को फोन कर अपना समर्थन दिया और कहा कि पूरा विपक्ष एक साथ है और वह फासीवादी ताकतों को हराएगा।
राहुल गांधी ने ट्विटर पर लिखा, ‘‘मैंने आज रात ममता दी से बात की और उनसे कहा कि हम उनके साथ कंधा से कंधा मिलाकर खड़े हैं। बंगाल में होने वाली घटनाएं मोदी और भाजपा द्वारा भारत की लोकतांत्रिक संस्थानों पर किए गए निरंतर हमले का एक हिस्सा हैं। पूरा विपक्ष एक साथ खड़ा होगा और इन फासीवादी ताकतों को परास्त करेगा।’’
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार ने ट्वीट किया, ‘‘केंद्र सरकार ने विपक्ष को डराने के लिए पश्चिम बंगाल में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) का जबरदस्त उपयोग किया है।’’
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने ट्विटर पर लिखा, ‘‘इतिहास इस बात का गवाह है कि जम्मू-कश्मीर ने किस तरह से केंद्रीय एजेंसियों की प्रताड़ना का सामना किया है। यह निराशाजनक है कि राजनीतिक विरोधियों को अपमानित करने के लिए लोकतांत्रिक संस्थानों का कैसे इस्तेमाल किया जा रहा है? यह केंद्र और राज्य संबंध के लिए अच्छा नहीं है।’’
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट किया, ‘‘भाजपा हर हाल में सत्ता में बने रहना चाहती है। वे लोग हारने से इतना डर गए हैं कि सीबीआई का उपयोग चुनाव एजेंट के रूप में कर रहे हैं। यह अलोकतांत्रिक और संविधान की मूल भावना के खिलाफ है। हम उचित प्रक्रिया का पालन करने की मांग करते हैं ताकि सीबीआई का इस्तेमाल राजनीतिक औजार के रूप में न किया जाए।’’
वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘‘श्री मोदी जी ने लोकतंत्र और संघीय ढांचे का पूरी तरह से मखौल बनाया है। कुछ साल पहले श्री मोदी जी ने अर्धसैनिक बलों को भेजकर दिल्ली सरकार की भ्रष्टाचार विरोधी शाखा पर कब्जा कर लिया थी। अब श्री मोदी-श्री शाह की जोड़ी भारत और लोकतंत्र के लिए खतरा बन गई हैं। हम इस कार्रवाई की कड़ी निंदा करते हैं।’’
कोलकाता पुलिस प्रमुख से पूछताछ करने पहुंची थी सीबीआई
इस बीच, कई जिलों से तृणमूल समर्थक कोलकाता पहुंचे और उन्होंने ममता बनर्जी के समर्थन में नारे लगाए।
हालिशहर से आए समर्थक परितोष सेनगुप्ता ने कहा, ‘‘हम हमारी दीदी का समर्थन करने यहां आए हैं। हम उनके समर्थन में खड़े हैं।’’
गौरतलब है कि चिटफंड घोटाला मामले में सीबीआई के कोलकाता पुलिस प्रमुख राजीव कुमार से पूछताछ करने के प्रयास के खिलाफ ममता बनर्जी रविवार शाम धरने पर बैठ गईं।
सीबीआई की एक टीम रविवार को मध्य कोलकाता में कुमार के लाउडन स्ट्रीट स्थित आवास पहुंची थी लेकिन वहां तैनात संतरियों और कर्मियों ने उन्हें अंदर जाने से रोक दिया और उन्हें जीप में भर के पुलिस थाने ले गए।
सीबीआई कुमार से लापता दस्तावेज और फाइलों के बारे में पूछताछ करना चाहती थी। घोटालों की जांच करने वाली पश्चिम बंगाल की पुलिस टीम का कुमार ने नेतृत्व किया था।
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