चिदंबरम ने किया सवाल, वायुसेना को 126 विमानों की जरूरत थी फिर 36 ही क्यों?
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने नरेन्द्र मोदी सरकार पर राफेल विमान सौदे को लेकर राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता करने का शुक्रवार को आरोप लगाया और सवाल किया कि जब वायुसेना को 126 विमानों की जरूरत थी तो फिर 36 विमान ही क्यों खरीदे गए हैं।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम (फाइल फोटो) |
चिदंबरम ने ट्वीट कर कहा, ‘‘आपने विमानों की संख्या 126 से घटाकर 36 क्यों की, इस सवाल पर रक्षा मंत्री का कहना है कि फ्लाईवे कंडीशन में आपको 18 विमान मिलते, लेकिन हमें 36 विमान मिलेंगे। क्या यह सवाल का जवाब है?‘‘
उन्होंने पूछा, ‘‘वायुसेना कम से कम 7 स्क्वाड्रन (126 विमान) चाहती थी। यह संख्या रक्षा अधिग्रहण परिषद- डीएसी द्वारा बताई गई थी। क्या वायुसेना या डीएसी ने कभी यह संख्या कम करके 36 विमानों की आवश्यकता बताई?’
चिदंबरम ने कहा, ‘‘यदि भाजपा द्वारा तय की गई कीमत 9-20 प्रतिशत तक सस्ती थी, तो तार्किक रूप से सरकार को और अधिक विमान खरीदना चाहिए। तो कम संख्या में विमान क्यों खरीद रहे हैं?‘‘
पूर्व वित्त मंत्री ने कहा, ‘‘भाजपा का कहना है कि यह एक आपातकालीन खरीद थी। पेरिस में प्रधानमंत्री ने 10-4-2015 को बयान दिया था। इस बात को चार साल बीत चुके हैं आज तक भारत में एक भी विमान क्यों नहीं आया है? क्या है यह आपातकालीन खरीद?‘‘
उन्होंने कहा, ‘‘जब वायु सेना की आवश्यकता 126 विमानों की है तब भाजपा सरकार ने केवल 36 विमान खरीदकर राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता किया है। 126 विमान खरीदने के लिए सरकार ने अनुबंध भी क्यों नहीं किया?‘‘
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