बजट सत्र का दूसरा चरण: हंगामे की भेंट चढ़ गया पहला दिन

Last Updated 05 Mar 2018 09:37:01 AM IST

संसद के बजट सत्र का दूसरा चरण आज से शुरू हुआ. पहले दिन ही पीएनबी घोटाले और कुछ अन्य मुद्दों को लेकर दोनों सदनों में जमकर हंगामा हुआ.


राज्य सभा

राज्यसभा में आज पीएनबी घोटाला, आंध्र प्रदेश के लिए विशेष पैकेज की मांग, कावेरी प्रबंधन बोर्ड के गठन सहित अलग-अलग मुद्दों को लेकर विपक्षी दलों के सदस्यों के हंगामे की वजह से सदन की कार्यवाही दो बार के स्थगन के बाद दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई.

दो बार के स्थगन के बाद दोपहर दो बजे सदन की कार्यवाही शुरू होते ही कांग्रेस के सदस्य पीएनबी घोटाला मामले के आरोपी नीरव मोदी को वापस लाने की मांग करते हुये आसन के समीप आ गये. इसके साथ ही अन्नाद्रमुक और द्रमुक के सदस्यों ने भी नारेबाजी शुरू कर दी. उपसभापति पी जे कुरियन ने सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में वित्तीय धोखाधड़ी के मामले पर सदन में चर्चा कराने की विपक्षी दलों की मांग से सहमति जताते हुये कहा कि इस विषय पर चर्चा कराने की अनुमति दी जा सकती है. इसके बावजूद विपक्षी दलों के सदस्यों की नारेबाजी नहीं रुकने पर उपसभापति ने सदन की कार्यवाही मंगलवार 11 बजे तक के लिये स्थगित कर दी.   

इससे पहले आज सदन की कार्यवाही 11 बजे शुरू होने पर हंगामे की वजह से दस मिनट के लिए स्थगित की गई. इसके बाद सदन की कार्यवाही पुन: शुरू होने पर फिर से हंगामे के कारण दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई. हंगामे के कारण आज उच्च सदन में शून्यकाल और प्रश्नकाल दोनों ही नहीं हो पाए.    

दो बजे सदन की बैठक शुरू होने पर कांग्रेस के सदस्यों ने पीएनबी घोटाला मामले को लेकर नारेबाजी शुरू कर दी. वहीं अन्नाद्रमुक और द्रमुक के सदस्य कावेरी जल बंटवारे के मुद्दे पर कावेरी प्रबंधन बोर्ड गठित करने के उच्चतम न्यायालय के फैसले को लागू कराने की मांग कर रहे थे. जबकि तेदेपा और कांग्रेस के सदस्य आंध्र प्रदेश पुनर्गठन अधिनियम को पूरी तरह लागू करने और विशेष पैकेज जारी करने की मांग कर रहे थे. उन्होंने हाथों में तख्तियां ले रखी थीं.

'कालाधन तो वापस नहीं आया सफेद धन भी चला गया'

कुरियन ने शोरशराबा कर रहे सदस्यों से अपने स्थान पर जाने का अनुरोध करते हुये कहा कि उनके द्वारा उठाये गये सभी मुद्दे महत्वपूर्ण हैं और इन पर सदन में चर्चा कराने की मांग वाले नोटिस भी मिले हैं. उन्होंने कहा, ‘‘पहला नोटिस सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में वित्तीय धांधलियों के बारे में चर्चा कराने से जुड़ा है. मैं सदन में इस विषय पर अल्पकालिक चर्चा कराने के लिये तैयार हूं, बशर्ते सभी सदस्य इसके लिये तैयार हों. अगर नारेबाजी कर रहे सदस्य अपने स्थान पर जाने को तैयार नहीं हैं तो बैठक स्थगित कराने के अलावा मेरे पास कोई अन्य विकल्प नहीं हैं.’’

उन्होंने कहा कि इस विषय पर चर्चा पूरी होने के बाद वह अन्य विषयों पर भी चर्चा कराने को तैयार हैं. कुरियन ने नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद से अनुरोध किया कि वह कांग्रेस के सदस्यों को अपने स्थान पर जाने के लिये कहें. इस पर आजाद ने कहा कि हम चर्चा के लिये तैयार हैं लेकिन इसके लिये अन्य दलों को भी तैयार होना होगा. आजाद ने कहा, ‘‘बैंक खाली हो रहे हैं, घोटाले करने वाले देश से भाग रहे हैं, जतिन मेहता से लेकर नीरव मोदी तक किसी को वापस नहीं लाया जा सका.’’ 

उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कालाधन वापस लाने का वादा किया था लेकिन कालाधन तो वापस नहीं आया सफेद धन भी बैंकों से चला गया. प्रधानमंत्री कालाधन वापस लाने में असफल रहे हैं.’’

उपसभापति ने हंगामा कर रहे सदस्यों को अपने स्थानों पर लौटने का अनुरोध करते हुये कहा कि लोकतंत्र में हंगामे से कुछ हासिल नहीं होता है, इसलिये सदस्य अपने स्थान पर लौट जायें और चर्चा में हिस्सा लें. अपनी बात का असर न होते देख उन्होंने सदन की कार्यवाही कल तक के लिये स्थगित कर दी. 

पीएनबी और कुछ अन्य मुद्दों पर लोकसभा में हंगामा

पीएनएबी से जुड़े घोटाले, आंध्र प्रदेश पुनर्गठन कानून को लागू करने, कावेरी और कुछ अन्य मुद्दों को लेकर कांग्रेस, तेदेपा और कई अन्य विपक्षी पार्टियों के सदस्यों ने आज लोकसभा में जमकर हंगामा किया जिसकी वजह से सदन की कार्यवाही पहले एक घंटे के लिए और फिर दिन भर के स्थगित कर दी गई.

बजट सत्र के दूसरे चरण के पहले दिन की कार्यवाही आरंभ होने के बाद पीएनबी घोटाले को लेकर कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस, आंध प्रदेश के लिए विशेष पैकेज की मांग को लेकर तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा), कावेरी मामले को लेकर अन्नाद्रमुक और तेलंगाना में आरक्षण के मुद्दे को लेकर तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के सदस्यों ने हंगामा किया.

हंगामे के कारण लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने सदन की कार्यवाही पहले दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित की. पुन: कार्यवाही आरंभ होने पर स्थिति ज्यों की त्यों बनी रही. इसके बाद सुमित्रा ने सदन की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी.

इससे पहले, बैठक आरंभ होने के साथ ही चार पूर्व दिवंगत सदस्यों को श्रद्धांजलि दी गई.

इसके बाद लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने जैसे ही प्रश्नकाल शुरू किया, सदन में विपक्षी सदस्यों का हंगामा शुरू हो गया. कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों ने पीएनबी घोटाले को लेकर नारेबाजी की. कांग्रेस के कई सदस्य अध्यक्ष के आसन के निकट पहुंचकर नारेबाजी करने लगे.

कांग्रेस और तृणमूल के सदस्य ‘नीरव मोदी कहां है’ के नारे लगा रहे थे.

इसी दौरान आंध्र प्रदेश पुनर्गठन अधिनियम को पूरी तरह लागू करने और विशेष पैकेज की मांग को लेकर तेदेपा के सदस्य भी नारेबाजी करते हुए अध्यक्ष के आसन के निकट पहुंच गए. उन्होंने हाथों में तख्तियां ले रखी थीं और ‘हमें न्याय चाहिए’ के नारे लगा रहे थे.

टीआरएस के सदस्यों ने राज्य में आरक्षण के मुद्दे पर अपनी मांग को लेकर लोकसभा अध्यक्ष के आसन के निकट पहुंचकर नारेबाजी की. अन्नाद्रमुक के सदस्यों ने कावेरी नदी जल विवाद को लेकर हंगामा किया. महाजन ने सदस्यों से अपने स्थानों पर लौट जाने और कार्यवाही चलने देने को कहा. अपनी बात का असर न होते देख उन्होंने बैठक को पहले दोपहर 12 बजे तक और फिर पूरे दिन के लिए स्थगित कर दिया.    

समयलाइव डेस्क/भाषा


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