भाजपा गठबंधन को त्रिपुरा में दो तिहाई बहुमत, नगालैंड में एनपीएफ से टाई
तीन पूर्वोत्तर राज्यों की विधानसभा चुनावों के शनिवार को आए नतीजों ने देश के सियासी नक्शे को बदल दिया.
![]() भाजपा गठबंधन को त्रिपुरा में दो तिहाई बहुमत, नगालैंड में एनपीएफ से टाई |
त्रिपुरा में बीते 25 साल से लगातार सरकार चले आ रहे वामपंथ के किले को भाजपा ने ढहा कर वहां अपने सहयोगियों के साथ शून्य से बढ़कर दो तिहाई से ज्यादा 43 सीटों के हासिल कर वास्तव मे करिश्मा ही कर दिया. इस तरह पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करिश्माई नेतृत्व और अध्यक्ष अमित शाह के सांगठनिक कौशल की बदौलत लेफ्ट की मजबूत पकड़ वाले राज्य में उसे सत्ता से बाहर कर दिया. त्रिपुरा विधानसभा की 59 सीटों पर ही चुनाव हुए हैं.
नगालैंड-में भाजपा अपने सहयोगियों के साथ 27 सीटें जीतने में कामयाब रही. बहुमत के आंकड़े से चार सीट दूर है इसी तरह एनपीएफ भी 27 सीटें जीतकर बराबरी पर है. चार सीटें अन्य ने जीती हैं, जिसको इनका सर्थन मिलेगा वही सरकार बना लेगा.
यहां पर 59 सीटों पर चुनाव हुए थे, एक उम्मीदवार निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया जा चुका है. परिणाम और रुझान 58 के ही मिल पाए हैं. इन दोनों राज्यों में कांग्रेस को एक सीट भी नहीं मिल पाई. उधर मेघालय में 21 सीटें जीत कर कांग्रेस बड़ी पार्टी बनी हुई है. एनपीपी (पूर्व लोकसभा अध्यक्ष पीए संगमा के पुत्र की पार्टी) ने 19 सीटें जीती हैं. 60 सदस्यीय विधानसभा की 59 सीटों के लिए हुए चुनाव में 2 भाजपा और शेष 17 सीटें अन्य छोटी पार्टियों और निर्दलीयों ने हासिल की हैं. यहां पर कांग्रेस और भाजपा सरकार गठन के लिए युद्ध स्तर पर जोर आजामाइश में लग गई हैं.
| Tweet![]() |