डोकलाम पर फिलहाल आराम, भारत-चीन ने सेना हटाई
भारत और चीन की सेनाओं के बीच सिक्किम सेक्टर से लगते डोकलाम क्षेत्र में पिछले लगभग ढाई महीने से चला आ रहा गतिरोध सोमवार को दोनों के विवादित क्षेत्र से अपने सैनिकों को हटाने के साथ खत्म हो गया.
![]() डोकलाम से भारत-चीन सैनिकों को हटाने की प्रक्रिया पूरी हो गई है. |
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने बताया कि दोनों देशों के बीच डोकलाम से अपनी-अपनी सेना हटाने पर सहमति बनी थी. इसके बाद वहां से सैनिकों को हटाने की प्रक्रिया शुरू की गई थी जो लगभग पूरी हो गई है.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए अगले सप्ताह होने वाली चीन यात्रा के पहले गतिरोध का सुलझ जाना भारतीय कूटनीति की बड़ी कामयाबी मानी जा रही है.
प्रवक्ता ने कहा कि भारत का शुरू से यह मानना रहा है कि इस तरह के मतभेदों को राजनयिक माध्यम से ही दूर किया जा सकता है. भारत का यह सैद्धांतिक रुख रहा है कि सीमा से जुडे मुद्दों के बारे में समझौतों और सहमति का पूरी तरह सम्मान किया जाना चाहिए.
भारत की नीति इसी बात पर आधारित रही है कि द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत बनाने के लिए सीमा पर शांति और मैत्री जरूरी है. दोनों देशों ने जून माह के शुरू में अस्ताना में इस बात पर सहमति व्यक्त की थी कि मतभेदों को विवाद नहीं बनने दिया जाना चाहिए और भारत तथा चीन के संबंध स्थिर रहने चाहिए.
इस बीच राजनयिक सूत्रों ने स्पष्ट किया कि डोकलाम क्षेत्र में भारतीय सेना द्वारा आगे बढ़कर चीनी सेना को रोकने का एकमात्र मकसद उसे डोकलाम क्षेत्र में सड़क बनाने की कोशिश से रोकना था जिससे ट्राइजंक्शन क्षेत्र में एकतरफा ढंग से यथास्थिति में बदलाव न हो.
चीन ने कहा, गश्त करेगी उसकी सेना
चीनी विदेश मांलय की प्रवक्ता हुआ चुन¨यग ने कहा है कि भारतीय सेना वहां से हट चुकी है तथा बदली हुई परिस्थिति में चीन भी जरूरी व्यवस्था करेगा साथ ही उन्होंने कहा कि चीनी सेना डोकलाम में संप्रभुता की रक्षा के लिए गश्त करती रहेगी. यहां गौरतलब है कि भारत एवं चीन के बीच करीब साढ़े तीन हजार किलोमीटर की सीमा में अनेक स्थानों पर सीमा संबंधी भिन्न-भिन्न अवधारणाओं के कारण दोनों सेनाएं गश्त करते हुए एक दूसरे के क्षेत्रों में चली जाती हैं.
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