कॉर्ड ब्लड ट्रांसप्लांट थेरेपी है वरदान
चिकित्सा क्षेत्र में वर्षो में जो तरक्की हुई है उसने हमारे जीवन को एकदम बदलकर रख दिया है. सालों की मेहनत से कई नई पद्धतियां ऐसी भी इजाद हुई हैं जो मानव के लिए किसी वरदान से कम नहीं हैं.
कॉर्ड ब्लड ट्रांसप्लांट थेरेपी है वरदान. |
ऐसी ही एक चिकित्सा पद्धति है ‘कॉर्ड ब्लड ट्रांसप्लांट थेरेपी’. इस थेरेपी की मदद से कई गंभीर बीमारियों को काफी हद तक ठीक किया जा सकता है. ‘कॉर्ड ब्लड ट्रांसप्लांट’ यानि आम भाषा में समझें तो बच्चा पैदा होने के समय सहेजे गए उसकी नाड़ी रक्त और नाड़ी से किसी दूसरे व्यक्ति का किसी गंभीर रोग में इलाज करना. वैसे तो आजकल ‘कॉर्ड ब्लड ट्रांसप्लांट’ के नाम पर कई प्राइवेट कंपनियां अपना बिजनेस फैला रही हैं. वह दावा करती हैं कि कई असाध्य बीमारियों में कॉर्ड ब्लड आपके काम आएगा लेकिन सही मायनों में इस थेरेपी का लाभ किसी डोनर के माध्यम से ही होता है. मतलब आपका कॉर्ड ब्लड किसी दूसरे के लिए अधिक लाभकारी हो सकता है. विशेषज्ञों की मानें तो अब तक की स्टडीज के अनुसार स्टैम सेल थेरेपी में बोन मैरो ट्रांसप्लांट और ‘कॉर्ड ब्लड ट्रांसप्लांट’ ही अब तक सफल हो पाया है.
कुछ बातें जाननी जरूरी
- बच्चों की कॉर्ड को भावी बीमारियों को रोकने के लिए जन्म के समय सुरक्षित किया जा सकता है.
- कॉर्ड ब्लड से स्टेम सेल निकालना संभव है.
- गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए कॉर्ड ब्लड ट्रांसप्लांट का इस्तेमाल होता है.
- आंखों से जुड़ी परेशानी, डायबिटीज, दिल की परेशानी हो तो कॉर्ड ब्लड थेरेपी बहुत कारगर है.
- रेडीएशन और कीमो थेरेपी में कॉर्ड ब्लड ट्रांसप्लांट किसी वरदान से कम नहीं है.
- ल्यूकेमिया, थैलेसीमिया में बोन मैरो से स्टेम सेल निकलवाना ही एक इलाज है.
- इन सब छोटी-छोटी बातों को जानकर आप भी चिकित्सा के इस चमत्कार का लाभ ले सकते हैं.
- पब्लिक कॉर्ड ब्लड बैंक में डोनेट करें कॉर्ड.
- पब्लिक कॉर्ड ब्लड बैंक में कॉर्ड डोनेट कीजिए ताकि ये दूसरों के भी काम आ सके. पब्लिक कॉर्ड ब्लड बैंक में कॉर्ड ब्लड टेस्ट होता है और इसे संभाला जाता है जिससे कि दूसरों के हित में इसे इस्तेमाल किया जा सके.
- प्राईवेट कॉर्ड ब्लड बैंकों की कोई मान्यता नहीं है.
प्रस्तुति : पूजा चौबे
| Tweet |