ईरान व ब्रिटेन ने लाल सागर तनाव पर की चर्चा

Last Updated 01 Jan 2024 12:23:15 PM IST

ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन और उनके ब्रिटिश समकक्ष डेविड कैमरन ने लाल सागर में बढ़ते तनाव के साथ-साथ गाजा में संघर्ष पर विचारों का आदान-प्रदान किया।


ईरानी विदेश मंत्रालय के एक बयान के अनुसार, रविवार को फोन पर बातचीत में अमीर-अब्दुल्लाहियन ने अमेरिका और कुछ पश्चिमी देशों पर दोहरे मानदंड अपनाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि इज़राइल को "गाजा में महिलाओं और बच्चों को मारने" और "क्षेत्र को आग लगाने" की अनुमति देना गलत है।

एक रिपोर्ट के अनुसार, ईरानी राजनयिक ने 80 दिनों में गाजा पर इजरायल के हमलों पर कुछ पश्चिमी सरकारों की चुप्पी की भी निंदा की।

अमीर-अब्दुल्लाहियन ने ब्रिटेन से क्षेत्रीय विकास और द्विपक्षीय संबंधों के प्रति "यथार्थवादी और रचनात्मक" दृष्टिकोण अपनाने का भी आग्रह किया।

इस बीच, कैमरन ने फिलिस्तीन और लाल सागर के घटनाक्रम पर अपने देश के विचार व्यक्त किए और ईरान से इजरायल-हमास संघर्ष को बढ़ने से रोकने और क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा सुनिश्चित करने में मदद करने का आग्रह किया।

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में, कैमरन ने कहा कि उन्होंने लाल सागर में हौथी हमलों के बारे में अमीर-अब्दुल्लाहियन से बात की, इसमें उन्होंने कहा कि इससे निर्दोष लोगों की जान और वैश्विक अर्थव्यवस्था को खतरा है।

कैमरन ने कहा कि उन्होंने यह स्पष्ट कर दिया है कि हौथिस को लंबे समय से समर्थन मिलने के कारण ईरान इन हमलों को रोकने की जिम्मेदारी लेता है।

यमन स्थित हौथी समूह ने हाल के हफ्तों में लाल सागर में वाणिज्यिक जहाजों पर कई हमलों की जिम्मेदारी ली है और कहा है कि वे फिलिस्तीनी लोगों के साथ एकजुटता में हैं।

अमेरिकी और ब्रिटिश अधिकारियों ने ईरान पर "हमलों के पीछे होने" का आरोप लगाया है, जिसे ईरान ने दृढ़ता से खारिज कर दिया है।

आईएएनएस
तेहरान


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