समावेशी हिंद-प्रशांत को बढ़ावा दे EAS : उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने रविवार को खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा पर वैश्विक चिंताओं को रेखांकित किया और नौवहन एवं ऊपर से उड़ान भरने (ओवरफ्लाइट) की स्वतंत्रता के साथ मुक्त, खुले और समावेशी हिंद-प्रशांत को बढ़ावा देने में पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन (ईएएस) तंत्र की भूमिका पर जोर दिया।
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धनखड़ ने यहां 17वें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन (ईएएस) को संबोधित करते हुए 2023 में अंतरराष्ट्रीय जुआर वर्ष में पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन के सदस्यों के पूर्ण योगदान का भी आह्वान किया। उपराष्ट्रपति ने खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा को लेकर बढ़ती वैश्विक चिंताओं को रेखांकित किया और नौवहन और ऊपर से उड़ान भरने की स्वतंत्रता के साथ मुक्त, स्वतंत्र और समावेशी हिंद-प्रशांत क्षेत्र को बढ़ावा देने में ईएएस तंत्र की भूमिका पर जोर दिया।
अमेरिका, भारत और कई अन्य विश्व शक्तियां इस क्षेत्र में चीन की बढ़ती सैन्य मौजूदगी की पृष्ठभूमि में एक स्वतंत्र, मुक्त और संपन्न हिंद-प्रशांत क्षेत्र सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर चर्चा कर रही हैं। चीन लगभग सभी विवादित दक्षिण चीन सागर पर अपना दावा करता है, हालांकि ताइवान, फिलीपीन, ब्रुनेई, मलयेशिया और वियतनाम इसके कुछ हिस्सों पर दावा करते हैं। पेइचिंग ने दक्षिण चीन सागर में कृत्रिम द्वीप और सैन्य प्रतिष्ठान बनाए हैं।
चीन का पूर्वी चीन सागर में भी जापान के साथ क्षेत्रीय विवाद है। भारत, ऑस्ट्रेलिया, जापान और अमेरिका के क्वाड समूह ने हिंद-प्रशांत में यथास्थिति बदलने या तनाव बढाने वाले किसी भी एकतरफा कदम का कड़ा विरोध किया है। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ कंबोडिया की तीन दिवसीय यात्रा पर हैं। उन्होंने शिखर सम्मेलन के इतर अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ संक्षिप्त मुलाकात भी की। आसियान (दक्षिण-पूर्व एशियाई राष्ट्रों का संघ) शिखर सम्मेलन यूक्रेन संघर्ष और ताइवान जलडमरूमध्य में चीन की सैन्य मौजूदगी से उत्पन्न भू-राजनीतिक उथल-पुथल के बीच हो रहा है।
कंबोडिया इन शिखर सम्मेलनों की मेजबानी आसियान के वर्तमान अध्यक्ष के रूप में कर रहा है। इस वर्ष आसियान-भारत संबंधों की 30वीं वषर्गांठ है और इसे आसियान-भारत मैत्री वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है। आसियान एक अंतरराष्ट्रीय संगठन है, जिसके दक्षिण-पूर्व एशिया में 10 सदस्य देश हैं जिनमें ब्रुनेई, कंबोडिया, इंडोनेशिया, लाओस, मलयेशिया, म्यांमार, फिलीपीन, सिंगापुर, थाईलैंड और वियतनाम शामिल हैं।
पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में आसियान सदस्य देशों के अलावा, भारत, चीन, जापान, कोरिया गणराज्य, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, अमेरिका और रूस शामिल हैं। जयशंकर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के साथ यात्रा पर हैं, जो यहां आसियान-भारत शिखर सम्मेलन और 17वें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं। धनखड़ ने शनिवार को जन स्वास्थ्य, नवीकरणीय ऊर्जा और उन्नत कृषि के क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के लिए आसियान-भारत विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी कोष में 50 लाख अमेरिकी डॉलर के अतिरिक्त योगदान की घोषणा की।
भारत-कंबोडिया के थिंक टैंक में समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर
भारत और कंबोडिया के युवाओं, शिक्षाविदों तथा नीति निर्माताओं के बीच विचारों के आदान-प्रदान तथा संपर्क के माध्यम से परस्पर समझ को बढ़ाने के लिए दोनों देशों के दो प्रमुख थिंक टैंक ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन तथा एशियन विजन इंस्टीट्यूट ने एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। यहां आयोजित 19वें भारत आसियान शिखर सम्मेलन से इतर भारत के स्वतां थिंक टैंक ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन तथा कंबोडिया के स्वतंत्र थिंक टैंक एशियन विजन इंस्टीट्यूट के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए।
इस समझौते का मुख्य उद्देश्य दोनों देशों के बीच लोगों के स्तर पर संपर्क बढ़ाना है। नीति निर्माण से संबंधित कार्य करने वाले ये संस्थान भू राजनीतिक तथा अंतरराष्ट्रीय संबंधों के बारे में विभिन्न विषयों पर परस्पर समझ को बढ़ाने की दिशा में कार्य करेंगे। उनका मानना है कि हिंद प्रशांत क्षेत्र में राजनीतिक और आर्थिक क्षेत्र में हलचल के इस समय में परस्पर समझ तथा ज्ञान को बढ़ाने के अलावा और कोई विकल्प नहीं है।
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