पाकिस्तान में लोग फिर देख सकेंगे यूट्यूब, इस कारण किया गया था बैन

Last Updated 07 Sep 2022 02:16:37 PM IST

पेशावर में एक रैली में पीटीआई अध्यक्ष और पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के संबोधन के दौरान पूरे पाकिस्तान में अस्थायी रूप से बाधित रहने के बाद यूट्यूब को बहाल कर दिया गया है।


यूट्यूब (फाइल फोटो)

स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, जब देशभर में वेबसाइट बंद हो गई तो उपयोगकर्ताओं ने यूट्यूब नहीं चलने की सूचना दी।

यूजर्स के ट्वीट के मुताबिक, देश के सभी बड़े और छोटे शहरों में यूट्यूब को अचानक बंद कर दिया गया।

यूट्यूब ने किसी भी सेवा बंद या रुकावट की न तो पुष्टि की है और न ही इनकार किया है।

स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, नेटब्लॉक्स, एक संगठन जो इंटरनेट आउटेज को ट्रैक करता है, ने यूट्यूब सेवा के कथित रूप से बंद होने की पुष्टि की और कहा कि व्यवधान इस तथ्य के बावजूद आया कि इस्लामाबाद हाईकोर्ट ने खान के लाइव भाषणों पर पाकिस्तान इलेक्ट्रॉनिक मीडिया नियामक प्राधिकरण (पेमरा) के प्रतिबंध को हटा दिया था।

संगठन ने एक बयान में कहा, "नेटब्लॉक्स ने अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और विधानसभा की स्वतंत्रता सहित मौलिक अधिकारों पर उनके प्रतिकूल प्रभाव को देखते हुए राजनीतिक भाषण को सीमित करने के लिए नेटवर्क व्यवधानों और सोशल मीडिया प्रतिबंधों के खिलाफ सिफारिश की है।"

इंटरनेशनल ह्यूमन राइट्स फाउंडेशन ने भी इस घटना का एक अपवाद लेते हुए कहा : "यूट्यूब को अवरुद्ध करना, समाचार पत्रों और टीवी चैनलों को बंद करना, पत्रकारों की जबरन बर्खास्तगी और निर्वासन, शांतिपूर्ण राजनीतिक विरोधियों की मनमानी गिरफ्तारी, निर्दोष नागरिकों का झूठा अभियोग आतंकवाद के आरोपों पर केवल एक ही नाम के लायक है : तानाशाही।"

स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, पीटीआई नेताओं ने विकास के लिए पीएमएल-एन के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार पर अपना गुस्सा व्यक्त करते हुए कहा कि प्रतिबंध पार्टी या उसके प्रमुख को नहीं रोक पाएगा।

पूर्व सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने कहा कि पाकिस्तान अब 'आधिकारिक तौर पर एक केला गणराज्य में बदल गया है'।

पूर्व मानवाधिकार मंत्री शिरीन मजारी ने भी एक ट्वीट में विकास को लेकर सरकार पर निशाना साधा।

आईएएनएस
इस्लामाबाद


Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment