एक और भूकंप से थर्राया अफगानिस्तान, 5 की मौत
अफगानिस्तान के पक्तिका प्रांत में शुक्रवार को आए भूकंप में कम से कम पांच लोगों की मौत हो गई, जहां इस सप्ताह की शुरूआत में आए भीषण भूकंप में 1,100 लोगों की मौत हो गई थी।
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समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने स्वास्थ्य मंत्रालय के एक ट्वीट में कहा, "दुर्भाग्य से एक बार फिर पक्तिका प्रांत के गयान जिले में शुक्रवार सुबह करीब 10 बजे भूकंप आया, जिसमें पांच लोगों की मौत हो गई और 11 अन्य घायल हो गए।"
बुधवार तड़के 5.9-तीव्रता के भूकंप ने गयान और बरमल जिलों में तबाही मचाई, जिसमें 1,600 से अधिक लोग घायल भी हुए थे। भूकंप को दो दशकों में सबसे घातक माना जाता है। भूकंप का केंद्र खोस्त शहर से 44 किमी दूर था और झटके पाकिस्तान और भारत तक महसूस किए गए।
अफगानिस्तान में भूकंप से मरने वालों की संख्या बढ़कर 1,150 हुई
अफगानिस्तान में शुक्रवार को सरकारी मीडिया में जारी ताजा आंकड़े के अनुसार, इस सप्ताह की शुरूआत में आए भीषण भूकंप के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 1,150 हो गई है। ईंट और पत्थरों से बने घर भूकंप के कारण मलबे में तब्दील हो गए हैं और मृतकों की संख्या लगातार बढ़ रही है।
पहले से ही आर्थिक संकट का सामना कर रहे 3.8 करोड़ की आबादी वाले देश में लाखों बच्चों के गंभीर कुपोषण की चपेट में आने का खतरा है। इस बीच छह तीव्रता वाले भूकंप ने हजारों लोगों का आसरा छीन लिया है। सरकारी मीडिया ने बताया कि बुधवार को आए भूकंप में करीब 3,000 मकान नष्ट हो गए या बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए।
स्थानीय ‘रेड क्रीसेंट’ और ‘वर्ल्ड फूड प्रोग्राम’ जैसे सहायता संगठन सबसे कमजोर परिवारों को भोजन और अन्य आपातकालीन जरूरतों जैसे टेंट और सोने के लिए चटाई आदि मुहैया करा रहे हैं।
सरकारी समाचार एजेंसी बख्तर के तालिबान निदेशक अब्दुल वाहिद रायन ने शुक्रवार को कहा कि पिछली रिपोर्ट के अनुसार 1,000 लोग मारे गए थे और ताजा रिपोर्ट के अनुसार मृतकों की संख्या बढ़कर 1,150 हो गई है। उन्होंने कहा कि कम से कम 1,600 लोग घायल हुए हैं।
भारत ने भूकंप प्रभावित अफगानिस्तान को भेजी 27 टन आपात राहत सामग्री
भारत ने भूकंप प्रभावित अफगानिस्तान के लोगों की मदद के लिए सबसे पहले सहायता प्रदान करते हुए दो विमानों से वहां 27 टन आपात राहत सामग्री भेजी है।
विदेश मंत्रालय के शुक्रवार को जारी बयान के अनुसार, अफगानिस्तान में 22 जून को आए शक्तिशाली भूकंप के कारण व्यापक तबाही एवं जानमाल का नुकसान हुआ है। बयान के मुताबिक, भारत सरकार ने सबसे पहले सहायता प्रदान करते हुए दो विमानों से वहां 27 टन आपात राहत सामग्री काबुल भेजी जिसमें तंबू, स्लीपिंग बैग, कंबल, चटाई आदि शामिल हैं।
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