पाक सुरक्षा बलों के लिए नई चुनौती बनकर उभरा आतंकी समूह बलूचिस्तान नेशनलिस्ट आर्मी
पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में संवेदनशील जिलों में स्थित सुरक्षा जांच चौकियों, सुरक्षा शिविरों पर लक्षित आतंकी हमलों में भारी वृद्धि देखी गई है।
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एक नवगठित समूह बलूचिस्तान नेशनलिस्ट आर्मी (बीएनए), जो तेजी से प्रांत में सक्रिय पाकिस्तान सुरक्षा बलों के लिए एक प्रमुख प्रतिद्वंद्वी बनता जा रहा है, ने ताजा हमलों की जिम्मेदारी ली है।
यूनाइटेड बलूच आर्मी (यूबीए) और बलूचिस्तान रिपब्लिकन आर्मी (बीआरए) के विलय के बाद लगभग एक महीने पहले स्थापित संगठन बीएनए ने अपनी मजबूत उपस्थिति को गंभीरता से महसूस कराना शुरू कर दिया है, क्योंकि इसने पाकिस्तानी सशस्त्र बलों के महत्वपूर्ण सुरक्षा चौकियों और शिविरों को निशाना बनाया है। हाल ही में इसके हमलों से सुरक्षआ बलों और सैनिकों ने अपनी जान गंवाई है और इसने अपने लक्षित हमलों को अंजाम देकर अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया है।
इस तरह के ताजा हमलों में सशस्त्र हमलावरों ने बलूचिस्तान के पंजगुर जिले में दो सुरक्षा चौकियों को निशाना बनाया।
पाकिस्तान के इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) के अनुसार, हमले को सफलतापूर्वक विफल कर दिया गया था, जबकि हमलावरों को भारी नुकसान के साथ बेअसर कर दिया गया था।
इस हमले से हमलावर और सुरक्षा बलों के बीच एक घंटे की लंबी मुठभेड़ शुरू हो गई थी, जिसके परिणामस्वरूप कम से कम चार हमलावर और एक पाकिस्तानी सैनिक की मौत हो गई।
हमले के कुछ घंटों बाद, बीएनए आतंकवादियों ने बलूचिस्तान प्रांत के नौशकी जिले में सुरक्षा शिविर में घुसने की कोशिश की, जिससे सुरक्षा बलों ने भारी गोलीबारी की। पाकिस्तानी सेना के मुताबिक इस हमले को भी नाकाम कर दिया गया और कम से कम चार हमलावर मारे गए, जबकि एक पाकिस्तानी सैनिक घायल हो गया।
ये ताजा हमले बलूचिस्तान प्रांत के केच शहर में एक सुरक्षा चौकी पर हुए हमले में कम से कम 10 पाकिस्तानी सैनिकों के मारे जाने के करीब एक हफ्ते बाद हुए हैं।
केच सशस्त्र विद्रोह समूहों के मुख्य स्थलों में से एक रहा है, जहां पाकिस्तान खुफिया आधारित ऑपरेशन (आईबीओ) कर रहा है और अलगाववादी समूहों के खिलाफ लड़ रहा है।
बलूचिस्तान पाकिस्तानी सुरक्षा बलों के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है, क्योंकि देश की केंद्र सरकार से आजादी की मांग करने वाले विभिन्न अलगाववादी समूहों ने पाकिस्तानी सेना के कब्जे के खिलाफ लड़ने की कसम खाई है।
दूसरी ओर, पाकिस्तान का कहना है कि इन विद्रोही समूहों का दमन किया गया है और उनके सशस्त्र विद्रोह को समाप्त कर दिया गया है। पाकिस्तान ने यह सुनिश्चित किया है कि बीएनए जैसे कई समूहों को ईरान और भारत का कथित समर्थन प्राप्त है, जो देश में अराजकता फैलाने के लिए उन्हें भाड़े के सैनिकों के रूप में इस्तेमाल करते हैं।
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