कोरोना ने अमेरिका को थकाया, घटाया मनोबल !
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने इस बात को स्वीकार किया कि कोरोना महामारी के कारण अमेरिका के लोग थक चुके हैं और उनका मनोबल भी काफी कम हुआ है।
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन |
हालांकि, उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इससे निपटने के लिए उन्होंने काफी बेहतर तरीके से काम किया है।
बाइडन ने अमेरिका के राष्ट्रपति पद का कार्यभार संभालने के एक वर्ष पूरे होने के मौके पर बुधवार को प्रेस कांफ्रेंस में मुद्रास्फीति तथा वैश्चिक महामारी से निपटने का वादा किया और रिपब्लिकन पर नए विचार पेश करने की बजाय उनके प्रस्तावों के खिलाफ विपक्ष को एकजुट करने का आरोप लगाया।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि मतदाता जरूर उनके कार्यकाल और उनकी संकटग्रस्त पार्टी की स्थिति को समझेंगे। उन्होंने लोगों से धैर्य रखने की अपील की।
बाइडन ने दावा किया कि ऐसे देश में जहां कोरोना वायरस से लड़ाई अब भी जारी है, वहां उन्होंने इतना बेहतर प्रदर्शन किया है, जितना किसी ने सोचा भी नहीं था। उन्होंने कहा, वैश्विक महामारी के कारण लगभग दो वर्ष के शारीरिक, भावनात्मक और मनोवैज्ञानिक प्रभाव के बाद..हम में से कई लोगों ने बहुत कुछ सहन किया है।
यूक्रेन पर युद्ध नहीं : बाइडन ने यूक्रेन की सीमा पर रूस के एक लाख से अधिक सैनिकों को तैनाती और उसके घुसपैठ और बढ़ाने के मुद्दे पर भी बात की। राष्ट्रपति ने कहा, उन्हें लगता है कि रूस और आगे बढ़ सकता है, लेकिन उनका मानना है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन यूक्रेन के साथ पूर्ण युद्ध नहीं चाहते हैं।
उन्होंने कहा, पुतिन के सैन्य घुसपैठ करने पर रूस को इसकी ‘बड़ी कीमत’ चुकानी होगी। बाइडन ने कहा, वह चीन और पश्चिम के बीच की दुनिया में अपनी जगह बनाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा, यूक्रेन में पूरी तरह घुसपैठ करने की तुलना में ‘मामूली घुसपैठ’ के परिणाम भी सामान्य होंगे।
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