अफगानिस्तान: काबुल में गुरुद्वारे पर आतंकी हमला, 1 बच्चे की मौत, कम से कम 15 घायल
काबुल स्थित गुरुद्वारे पर बुधवार को किए गए आतंकवादी हमले में एक बच्चे की मौत हो गई है। हमले में कई अन्य सिखों के भी मारे जाने की आशंका है, हालांकि अधिकारियों ने एक बच्चे की मौत की पुष्टि की है।
काबुल में गुरुद्वारे पर आतंकी हमला |
हमले के वक्त गुरुद्वारा श्रद्धालुओं से भरा हुआ था। समाचार एजेंसी एफे की रिपोर्ट के अनुसार, स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता वहीदुल्लाह मयार ने पत्रकारों को बताया कि हमले के दौरान सुरक्षाबलों ने गुरुद्वारा से एक बच्चे के शव को बरामद किया है। हमले में कम से कम 15 लोग भी घायल हुए हैं।
गृह मंत्रालय के प्रवक्ता तारिक अरयान ने एफे से कहा कि हमला शोरबाजार स्थित एक गुरुद्वारा में स्थानीय समयनुसार सुबह करीब 7.45 बजे किया गया।
तारिक अरयान ने कहा, "गुरुद्वारे के पहले फ्लोर को खाली करा लिया गया है और सैकड़ों फंसे हुए लोगों को निकाला गया है। सुरक्षाबल फंसे हुए बाकी लोगों को निकालने की कोशिश कर रहे हैं।"
#UPDATE 27 civilians killed and 8 wounded in a terror attack on a Gurudwara in Kabul, Afghanistan. All 4 terrorists have been killed by Afghan security forces. pic.twitter.com/4UCOSXtXuw
— ANI (@ANI) March 25, 2020
किसी भी आतंकवादी समूह ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है।
तालिबान ने इस हमले में अपनी भूमिका से इनकार किया है। आतंकवादी समूह के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने ट्वीट कर कहा, "आज (बुधवार) के काबुल शहर के शोरबाजार क्षेत्र में हुए हमले का इस्लामिक एमिरेट के मुजाहिदीन (तालिबान) से कुछ लेना-देना नहीं है।"
अशरफ गनी सरकार ने इस हमले के लिए पाकिस्तान समर्थित हक्कानी नेटवर्क को जिम्मेदार ठहराया है।
इस बीच, तालिबान ने सिखों के पवित्र स्थल पर हमले में अपनी संलिप्तता से इनकार किया है।
इस आतंकी हमले पर प्रतिक्रिया देते हुए भारत के आवास और शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने ट्वीट कर कहा, "काबुल में गुरुद्वारा साहिब पर आत्मघाती हमले की निंदा किए जाने की जरूरत है। ये हत्याएं उस अत्याचार की याद दिलाती है, जो कुछ देशों में अल्पसंख्यकों पर जारी हैं और उनके जीवन और धार्मिक स्वतंत्रता की तत्काल रक्षा किए जाने की आवश्यकता है।"
Suicide attack on a Gurudwara Sahib in Kabul needs to be strongly condemned. These killings are a grim reminder of atrocities that continue to be inflicted upon religious minorities in some countries & the urgency with which their lives & religious freedom have to be safeguarded. pic.twitter.com/yQM3u41dVI
— Hardeep Singh Puri (@HardeepSPuri) March 25, 2020
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