दक्षिण-पश्चिमी ताकत के रूप में उभरेगा भारत
वैश्विक मंच पर भारत के एक शक्तिशाली राष्ट्र के तौर पर उभरने और इसका झुकाव किस ओर होगा, विशेषज्ञों के यह अनुमान लगाने के बीच विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बृहस्पतिवार को कहा कि सबसे बड़ा लोकतंत्र पश्चिम एवं विकसित देशों का मिला-जुला रूप होगा।
विदेश मंत्री एस जयशंकर (file photo) |
उन्होंने कहा, ‘अक्सर यह सवाल उठता है कि भारत पूर्वी ताकत होगा या पश्चिमी ताकत के तौर पर उभरेगा अर्थात यह लोकतांत्रिक शक्ति होगा या अलोकतांत्रिक? मेरे विचार में 70 वर्षों में अब कम से कम इस सवाल का जवाब मिल गया है।
उन्होंने कहा, लेकिन साथ ही मैं आपसे कहूंगा कि यह एक दक्षिणी ताकत होगा, यह विकसित देशों के साथ मजबूत संबंध रखने वाली एक शक्ति होगा जो अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था में ऊपर बढ़ने के साथ ही अन्य विकासशील राष्ट्रों का विश्वास भी अर्जित करेगा। उन्होंने अमेरिकी थिंक टैंक ‘द हैरीटेज फाउंडेशन’ के कार्यक्रम में पूछे गए एक सवाल के जवाब में कहा, ‘और यह उन राष्ट्रों के प्रति हमारी गतिविधियों और प्रतिबद्धताओं में नजर आएगा।’
उन्होंने कहा कि विकास कार्यों में सहायता देने की भारत की प्रतिबद्धताएं और आपदा राहत में उसकी प्रतिक्रियाओं से यह दिखता है। उन्होंने कहा, आप इसे हमारी अफ्रीका नीति में देख सकते हैं जिसके बारे में बहुत ज्यादा नहीं लिखा गया है। इसलिए मुझे लगता है कि भारत एक दक्षिणपश्चिमी ताकत बनेगा।
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