भारत की पाकिस्तान को दो टूक, पायलट को तुरंत बिना शर्त रिहा करें

Last Updated 28 Feb 2019 03:24:43 PM IST

भारत ने पाकिस्तान से दो टूक शब्दों में कहा है कि वह विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान को तुरंत बिना शर्त रिहा करे और उनकी रिहाई के लिए किसी तरह की सौदेबाजी नहीं की जायेगी।


(फाइल फोटो)

पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने गुरूवार को कहा कि यदि भारतीय वायुसेना के पायलट की वापसी से भारत के साथ तनाव ‘‘कम’’ होता है तो पाकिस्तान इस पर विचार करने को तैयार है।

नियंत्रण रेखा के पास भारत और पाकिस्तान की वायु सेनाओं के बीच भीषण संघर्ष के बाद पाकिस्तान ने भारतीय विंग कमांडर अभिनंदन को हिरासत में ले लिया था। इस संघर्ष में भारत ने एक पाकिस्तानी विमान को मार गिराया था और भारतीय वायुसेना को भी अपना एक मिग 21 विमान गंवाना पड़ा था।    

पाकिस्तान के विदेश कार्यालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैजल ने गुरुवार को कहा कि बुधवार को पकड़ा गया भारतीय पायलट 'सुरक्षित और स्वस्थ्य' है।

उन्होंने कहा, "भारत ने पायलट के मुद्दे को हमारे सामने उठाया है। हम कुछ दिनों में निर्णय लेंगे कि उस पर कौन सी संधि लागू होगी और उसे प्रीजनर ऑफ वॉर (पीओडब्ल्यू) स्टेटस दिया जाए या नहीं।"

अभिनंदन की रिहाई के लिए पाकिस्तान से कोई सौदेबाजी नहीं

भारत ने पाकिस्तान से दो टूक शब्दों में कहा है कि वह विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान को तुरंत बिना शर्त रिहा करे और उनकी रिहाई के लिए किसी तरह की सौदेबाजी नहीं की जायेगी।

सरकारी सूत्रों ने नयी दिल्ली में बताया कि भारत ने पायलट तक राजनयिक पहुंच की बात नहीं की है और वह उनकी बिना शर्त एवं तत्काल रिहाई पर जोर दे रहा है।      

भारत ने बुधवार को पाकिस्तान के कार्यवाहक उच्चायुक्त सैयद हैदर शाह को तलब कर भारतीय पायलट की तत्काल और सकुशल रिहाई की मांग की।

पाकिस्तान को यह चेतावनी भी दी गयी है कि विंग कमांडर को किसी भी तरह कोई नुकसान न पहुंचे और न उनके साथ उस तरह का व्यवहार किया जाये जैसा 1999 में विंग कमांडर आहूजा के साथ किया गया था। उसे यह भी बता दिया गया है कि विंग कमांडर अभिनंदन भारतीय सुरक्षाकर्मी हैं और यही उनकी पहचान है।

सूत्रों ने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ बातचीत की पेशकश पर कहा कि इसके लिए पहले पाकिस्तान को माहौल तैयार करना होगा। ऐसा आतंकवाद के खिलाफ ठोस कार्रवाई करके ही हो सकता है और यह कार्रवाई दिखनी भी चाहिए। उसके बाद ही बातचीत के बारे में सोचा जा सकता है।

विंग कमांडर अभिनंदन बुधवार को पाकिस्तान की वायु सेना के हमले को नाकाम करते हुए पाकिस्तानी क्षेत्र में पहुंच गये थे जहां उन्हें हिरासत में ले लिया गया था।

सरकारी सूत्रों ने कहा कि पाकिस्तान लगातार झूठ पर झूठ बोल रहा है और युद्धोन्माद फैला रहा है।  भारत ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के सामने उसके सभी झूठों का पर्दाफाश किया है और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने भी इस बात को माना है। उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत ने 26 फरवरी को जो कार्रवाई की उसका एकमा उद्देश्य पुलवामा हमले की जिम्मेदारी लेने वाले आतंकवादी संगठन जैश ए मोहम्मद के एक बडे शिविर को ध्वस्त करना था। भारत ने बार-बार पाकिस्तान को आतंकी ढांचों के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा था लेकिन उसने कार्रवाई करने के बजाय इस बात को ही मानने से इंकार कर दिया कि पुलवामा हमले में जैश ए मोहम्मद का हाथ था जबकि खुद जैश ने इसकी जिम्मेदारी ली थी। उन्होंने कहा कि 
इस कार्रवाई में न तो किसी सैन्य ठिकाने को निशाना बनाया गया और न कोई सैनिक तथा निदरेष नागरिक हताहत हुआ। भारत को विश्वसनीय जानकारी मिली थी कि जैश ए मोहम्मद फिर से देश के कई स्थानों  पर हमले की साजिश रच रहा है। इसके जवाब में यह कार्रवाई की गयी और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को इसके सबूत दिये गये हैं और उसने भारत का समर्थन भी किया है।
       
सूत्रों ने कहा कि भारत ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के कहने पर पुलवामा हमले से जुड़े सभी सबूत दे दिये गये हैं और अब गेंद पाकिस्तान के पाले में है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को अपनी कथनी को करनी में बदलना होगा। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के कदमों से पता चल जायेगा कि युद्धोन्माद कौन फैला रहा है।

पाकिस्तान ने समझौता एक्सप्रेस को बंद कर दिया है। अपने हवाई क्षेत्र को भी बंद कर दिया है। पूरे देश में आपात स्थिति जैसा माहौल बना दिया है जबकि भारत ने इस तरह का कोई कदम नहीं उठाया है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को यह स्पष्ट करना चाहिए कि उसने बुधवार सुबह भारतीय वायु सीमा का उल्लंघन किस उद्देश्य से किया। क्या वह जैश ए मोहम्मद के समर्थन में भारत पर हमला करने आया था या वह भारतीय सैन्य ठिकानों पर हमला करने आया था। इन दोनों ही स्थितियों में उसे अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को जवाब देना होगा।

सूत्रों ने जैश ए मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को अंतर्राष्ट्रीय आतंकवादी घोषित कर उस पर प्रतिबंध लगाने के संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के तीन स्थायी सदस्यों के प्रस्ताव का स्वागत करता है।

 

एजेंसियां


Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment