Chhath Puja 2022 Katha : छठ पूजा के दिन जरूर सुनें ये कथा, पूरी होगी हर मनोकामना

Last Updated 16 Nov 2023 10:50:24 AM IST

इस साल छठ पर्व की शुरुआत 17 नवंबर 2023 से हो रही है। वहीं 20 नवंबर को ऊषा अर्घ्य और पारण के साथ छठ पर्व का समापन हो जाएगा।


Chhath Puja 2022 Katha

Chhath Puja 2022 Katha :  छठ पर्व, छठ या षष्‍ठी पूजा कार्तिक शुक्ल पक्ष के षष्ठी को मनाया जाने वाला त्योहार है। यह बिहार, झारखण्ड,पूर्वी उत्तर प्रदेश और नेपाल आदि शहरों में मनाया जाता है। इसे छठ पूजा,प्रतिहार, डाला छठ, छठ और सूर्य षष्ठी के नाम से भी जाना जाता है। इस साल छठ पर्व की शुरुआत 17 नवंबर 2023 से हो रही है। इस दिन व्रती नहाय-खाय के साथ छठ पर्व की शुरुआत करेगी। वहीं 20 नवंबर को ऊषा अर्घ्य और पारण के साथ छठ पर्व का समापन हो जाएगा। छठ पूजा का पर्व चार दिनों तक मनाया जाता है। यह पर्व चतुर्थी से सप्तमी तक चलता है।  आइए जानते हैं छठ पूजा की पौराणिक कथा।   

छठ पूजा कथा - Chhath Puja Katha in Hindi 2023

पौराणिक कथा के अनुसार एक समय की बात है राजा प्रियवद को कोई संतान नहीं थी। तब महर्षि कश्यप ने पुत्र प्राप्ति के लिए यज्ञ कराया और उनकी पत्नी मालिनी को यज्ञाहुति के लिए बनाई गई खीर दी। इसके प्रभाव से उन्हें एक पुत्र हुआ परंतु वह मृत पैदा हुआ। प्रियवद पुत्र को लेकर श्मशान गए और पुत्र वियोग में प्राण त्यागने लगे।

उसी वक्त भगवान की मानस कन्या देवसेना अचानक से प्रकट हुई और कहा कि सृष्टि की मूल प्रवृत्ति के छठे अंश से उत्पन्न होने के कारण मैं षष्ठी कहलाती हूं। हे राजन तुम मेरी पूजा करो और लोगों को भी मेरे पूजन के लिए प्रेरित करो। देवी देवसेना की बात मानकर राजा प्रियंवद ने कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को छठ पूजा की।

उन्होंने यह पूजा पुत्र प्राप्ति का मनोकामना से की थी। इसके बाद छठी मैय्या के शुभ आशीर्वाद से राजा प्रियंवद को एक पुत्र की प्राप्ति हुई। तब से हर साल कार्तिक शुक्ल षष्ठी को छठ पूजा की जाने लगी। ऐसा माना जाता है कि जो लोग सच्चे मन और श्रद्धा भाव से माता की पूजा और व्रत करते हैं उनकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
 
छठ मैया पूजा मंत्र (Chhath Puja Mantra)
ॐ सूर्य देवं नमस्ते स्तु गृहाणं करूणा करं |
अर्घ्यं च फ़लं संयुक्त गन्ध माल्याक्षतै युतम् ||

सूर्य देव मंत्र (Chhath Puja 2023 Surya Mantra)
ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय सहस्रकिरणराय मनोवांछित फलम् देहि देहि स्वाहा ।।

सूर्य देव मंत्र (Chhath Puja 2023 Surya Mantra)
ॐ ऐहि सूर्य सहस्त्रांशों तेजो राशे जगत्पते, अनुकंपयेमां भक्त्या, गृहाणार्घय दिवाकर: ।।

सूर्य देव मंत्र (Chhath Puja 2023 Surya Mantra)
ॐ ह्रीं घृणिः सूर्य आदित्यः क्लीं ॐ ।।

प्रेरणा शुक्ला
नई दिल्ली


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