बीना राय का यादगार फिल्मी सफर
सिनेमा के black and white के दौर की मशहूर अभिनेत्री बीना राय को अनारकली, ताज महल, घूंघट में उनके क्लासिक रोल्स के लिए जाना जाता है।
![]() मशहूर अभिनेत्री बीना राय |
उनका जन्म लाहौर में कृष्णा सरीन के रूप में हुआ था,भारत पाक के बंटवारे के बाद वो उत्तर प्रदेश में आ बसीं, उन्होंने लखनऊ और कानपुर के स्कूलों में अपनी पढ़ाई की और फिर कुछ समय के लिए बाहर चली गईं अभिनय में उनकी दिलचस्पी बहुत ज़्यादा थी लेकिन उनके माता पिता इसकी इजाज़त नहीं दे रहे थे, फिर क्या था, बीना भी ज़िद पर अड़ गईं और भूख हड़ताल पर बैठ गईं।
उनके माता पिता को कला 'मिरासी' का पेशा लगता था, बीना की ज़िद, गुस्सा और भूख हड़ताल कोई भी पैंतरा काम नहीं आया, आख़िर हार मानकर उनको अपने मां बाप के फैसले के आगे हथियार डालना पड़ा और मेडिसिन करियर में शामिल होना पड़ा।
जब बीना 1950 में इसाबेला थॉबर्न कॉलेज लखनऊ में first year की स्टूडेंट थीं, तब उन्होंने टैलेंट हंट का ad देखा,वो ad नहीं था बल्कि उनके सपनों को उड़ान देने का बोर्डिंग पास था जिसको लेने के बाद उन्होंने कामयाबी की उड़ान ऐसी भरी कि फिर कभी पलटकर नहीं देखा।
हुआ यूं कि इस विज्ञापान के बाद उनको कॉल आया और वो बॉम्बे चली गईं जहां उनको 25000 रुपये बतौर इनाम मिले। पुरस्कार राशि के अलावा किशोर साहू की काली घटा में मुख्य भूमिका निभाने का ये पहला मौका था जिससे उन्होंने माया नगरी में कदम रखा।
13 जुलाई 1951 और इस ख़ुशी के दिन, उनकी प्रेम नाथ से सगाई हुई और 2 सितंबर 1952 को उनसे शादी हुई। प्रेम नाथ मल्होत्रा जबलपुर एमपी से थे और बहन कृष्णा की शादी ग्रेट शोमैन राज कपूर से हुई थी।
प्रदीप कुमार के साथ बीना राय की फ़िल्में उनका सर्वश्रेष्ठ यादगार अभिनय रहीं, जहाँ उन्होंने अनारकली, ताज महल और घूँघट में यादगार भूमिकाएं निभाईं जो अबतक लोगों के दिल दिमाग में छपा हुआ है।
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