सिंजेन्टा की भारत के जरिये वैश्विक जैविक बाजार का नेतृत्व करने की योजना
स्विट्जरलैंड की फसल संरक्षण क्षेत्र की प्रमुख कंपनी सिंजेन्टा ने अगले कुछ वर्ष में दुनिया की शीर्ष जैविक कंपनी बनने की उम्मीद जाहिर की है।
![]() सिंजेन्टा क्रॉप प्रोटेक्शन के वैश्विक अध्यक्ष स्टीवन हॉकिन्स |
सिंजेन्टा क्रॉप प्रोटेक्शन के वैश्विक अध्यक्ष स्टीवन हॉकिन्स ने एक साक्षात्कार में कहा कि भारत की नियामक प्रणाली की अनिश्चितता देश के अत्यधिक विनियमित फसल संरक्षण उद्योग में किसानों के लिए नई प्रौद्योगिकियों को लाने में चुनौतियां पेश करती है।
हॉकिन्स ने साक्षात्कार में कहा, ‘‘हमारा मानना है कि नियामक प्रणाली की अनिश्चितता किसी न किसी तरह किसानों एवं कृषि के लिए प्रौद्योगिकी नवाचार को बाधित करती है। यह एक ऐसा क्षेत्र है जहां हम सुधार देखना चाहेंगे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इन बाधाओं के बावजूद भारत कंपनी के लिए एक महत्वपूर्ण बाजार बना हुआ है। सबसे पहले यह एक बड़ा बाजार है। साथ ही यह एक बढ़ता हुआ बाजार है। वहीं यह एक ऐसा बाजार है जहां नई प्रौद्योगिकियों का काफी इस्तेमाल किया जा सकता है।’’
वर्तमान में दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी जैविक कंपनी सिंजेन्टा इस क्षेत्र के लिए महत्वाकांक्षी विकास योजनाएं बना रही है।
हॉकिन्स ने कहा, ‘‘हमारा मानना है कि हम पहले से ही विश्व में दूसरे नंबर पर हैं और मुझे उम्मीद है कि अगले कुछ वर्ष में हम न केवल भारत में, बल्कि विश्व स्तर में भी शीर्ष जैविक कंपनी बन जाएंगे।’’
यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हाल ही में देश में जैव उत्तेजक पदार्थों की अनियमित बिक्री पर चिंता व्यक्त की थी।
हॉकिन्स ने हाल की नियामक कार्रवाइयों के कारण उत्पन्न व्यवधान को स्वीकार किया लेकिन साथ ही एक विनियमित ढांचा स्थापित करने का समर्थन किया।
उन्होंने कहा, ‘‘बिक्री पर रोक लगना एवं व्यवधान उत्पन्न होना दुर्भाग्यपूर्ण है। किसानों की उत्पादों तक पहुंच नहीं है। मुझे लगता है कि वैकल्पिक रूप से यदि हम आगे चलकर जैविक उत्पादों के लिए शीघ्र ही एक विनियमित परिवेश तैयार करें तो हम इनका समर्थन कर पाएंगे।’’
हॉकिन्स ने कहा कि कंपनी इस वर्ष भारत में कई नए उत्पाद पेश करने की योजना बना रही है, जिसमें ‘टाइमिरियम’ भी शामिल है जो एक नया ‘निमेटोसाइड’ है जो कई फसलों के लिए कवकनाशी के रूप में भी काम करता है।
सिंजेन्टा ने पिछले साल फफूंदनाशक ‘एडेपिडिन’ पेश किया था और इससे पहले कीटनाशक ‘प्लिनाजोलिन’ बाजार में लाया था।
उन्होंने बताया कि ‘टाइमिरियम’ के साथ ये तीनों उत्पाद वैश्विक स्तर पर काफी इस्तेमाल किए जाते हैं।
इस वर्ष भारत के कारोबार के लिए सिंजेन्टा को मध्य-एकल अंकों की वृद्धि की उम्मीद है, हालांकि हॉकिन्स ने कहा कि यह महंगाई और मानसून की स्थिति पर निर्भर करता है।
कंपनी भारत की बाजार गतिशीलता को अमेरिका और ब्राजील जैसे बड़े बाजारों की तुलना में अधिक अनुकूल मानती है, जहां केंद्रित खुदरा नेटवर्क के कारण भंडार की समस्याएं अधिक स्पष्ट रही हैं।
हॉकिन्स ने कहा, ‘‘भारत में हमें यह समस्या कम देखने को मिली, क्योंकि यहां बाजार अधिक संतुलित है।’’
कंपनी भारत के ‘मेक इन इंडिया’ कार्यक्रम का भी लाभ उठा रही है। साथ ही देश में अपने निरंतर निवेश के तहत हाल ही में तेलंगाना में एक बीज स्वास्थ्य प्रयोगशाला भी इसने खोली है।
| Tweet![]() |