सहारा मानहानि : नेटफ्लिक्स के निदेशक समेत तीन को समन
लखनऊ की एक विशेष अदालत ने एक वेब सीरीज के जरिए सहारा इंडिया परिवार और उसके प्रबंध कार्यकर्ता एवं चेयरमैन ‘सहाराश्री’ सुब्रत रॉय सहारा की छवि कथित तौर पर धूमिल करने के आरोप वाली याचिका पर बुधवार को नेटफ्लिक्स के निदेशक अभिषेक नाग समेत तीन लोगों को समन जारी किया।
सहारा मानहानि : नेटफ्लिक्स के निदेशक समेत तीन को समन |
अभियुक्तों को 15 नवम्बर को अदालत में हाजिर होने का निर्देश
विशेष मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (कस्टम) सुनील कुमार की अदालत में सहारा इंडिया परिवार तथा उसके कर्मचारियों द्वारा दायर याचिका पर नेटफ्लिक्स के निदेशक अभिषेक नाग और ‘बैड ब्वॉयज बिलेनियर इंडिया’ वेब सीरीज के निर्देशक निक रीड और निर्माता रेवा शर्मा को समन जारी करते हुए 15 नवम्बर को अदालत में हाजिर होने का निर्देश दिया है।
कोर्ट ने पहली नजर में सहारा द्वारा लगाए गए आरोपों को सही पाया
अदालत ने अपने आदेश में कहा कि इस मामले में दायर शिकायत और गवाहों गुलाम जीशान तथा भुवनेश मणि त्रिपाठी के बयानों के आधार पर तीनों अभियुक्तों के खिलाफ प्रथम दृष्ट्या मानहानि का मामला बनता है।
इस मामले में दायर शिकायत में आरोप लगाया गया है कि अभियुक्तों ने सहारा इंडिया परिवार और उसके प्रबंध कार्यकर्ता एवं चेयरमैन ‘सहाराश्री’ सुब्रत रॉय सहारा की छवि को धूमिल करने के इरादे से पिछले वर्ष 5 अक्टूबर को नेटफ्लिक्स पर एक वृत्तचित्र सीरीज तैयार कर प्रसारित की।
नेटफ्लिक्स पर सनसनीखेज वृत्तचित्र बनाने का आरोप
शिकायत में कहा गया है कि इस सीरीज को देखने से पता चलता है कि इसे मसालेदार एवं सनसनीखेज बनाने के लिए सभी आरोपियों ने बिना किसी सुबूत के सहारा समूह के प्रबंध कार्यकर्ता एवं चेयरमैन ‘सहाराश्री’ सुब्रत रॉय सहारा के चरित्र का गलत तरीके से चित्रण किया।
सहारा ने शुरुआत से ही इस वृत्तचित्र सीरीज का विरोध करते हुए नेटफ्लिक्स से इसे अपने वेब पोर्टल पर जारी नहीं करने का आग्रह किया था, लेकिन उसे अनसुना कर दिया गया। इसके बाद सहारा समूह और उसके कर्मचारियों ने अदालत का दरवाजा खटखटाया।
कंपनी द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक सहारा ने कोलकाता में नेटफ्लिक्स के खिलाफ 500 करोड़ रुपए का मानहानि का दावा किया है और संबंधित अदालत ने भी नेटफ्लिक्स को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।
| Tweet |