बौखलाया चीन, खीज निकाल रहा फार्मा इंडस्ट्री से
भारत को नुकसान पहुंचाने के षड्यंत्र में जुटे चीन ने नई साजिश के तहत मोबाइल ऐप्स पर भारतीय प्रतिबंध से हो रहे नुकसान की भरपाई फार्मा इंडस्ट्री से करने की साजिश रची है।
बौखलाया चीन, खीज निकाल रहा फार्मा इंडस्ट्री से |
चीन ने भारत को निर्यात किए जाने वाले तमाम जरूरी फार्मा उत्पादों के दाम 20 से 30 फीसद तक बढ़ा दिए।
गौरतलब है कि फार्मा इंडस्ट्री 3.5 अरब डॉलर के कच्चे माल का आयात करती है। इसमें 70% से ज्यादा चीन से होता है। चीन कच्चे माल का सबसे बड़ा सप्लायर है। भारत चीन से 53 प्रकार के कच्चे माल का आयात करता है। यह दवाई बनाने में महत्वपूर्ण इनग्रेडिएंट्स के तौर पर उपयोग में लाया जाता। चीन की इस नई साजिश से फार्मा कंपनियों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। दवा कंपनियों के चीन से आयातित लागत भी बढ़ गई है। पिछले कुछ दिनों में चीन ने जिन चीजों की कीमत पढ़ाई है उनमें पैरासिटामॉल की कीमत 20 से 27% तक बढ़ा दी गई है। इसके अलावा आइसोप्रोपिल अल्कोहल (आईपीए) की कीमतों में 100% की बढ़ोत्तरी की गई है। यह एक प्रमुख जीवाणुनाशक है और फार्मा इंडस्ट्री में इसका 30 हजार टन तक उपयोग होता है। एक अन्य उत्पाद पैरा एमिनोफेनॉल (पीपीए) की कीमत में भी चीन में 30% की वृद्धि कर दी है। इसका भी भारत की फार्मा इंडस्ट्री में बड़े पैमाने पर उपयोग किया जाता है। इसके अलावा अन्य उत्पादों पर 20% की बढ़ोत्तरी की गई है।
चीन यह सब एक साजिश के तहत कर रहा है। उसे पता है कि फार्मा इंडस्ट्री में भारत की निर्भरता उसके ऊपर कितनी ज्यादा है। इसी निर्भरता का वह इस संकट के दौर में दोहन करना चाहता है। मोबाइल ऐप्स पर भारत द्वारा प्रतिबंध लगाए जाने से हो रहे आर्थिक नुकसान से चीन बौखला गया है। फार्मा इंडस्ट्री पर उसकी यह ताजा मार इसी बौखलाहट का नतीजा है।
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