भारत में सोना रिकॉर्ड ऊंचाई पर

Last Updated 03 Jan 2020 04:28:54 PM IST

खाड़ी क्षेत्र में फौजी तनाव के बाद सोने और चांदी के दाम में जोरदार तेजी आई है।


विदेशी बाजार से मिले मजबूत संकेतों से भारतीय वायदा बाजार में शुक्रवार को सोने का भाव नई उंचाई पर पहुंच गया। वहीं, विदेशी बाजार में सोने का भाव चार महीने के ऊंचे स्तर पर चला गया है। डॉलर में आई कमजोरी और चीन में नये साल की शुरुआत से पहले की खरीदारी को लेकर बुलियन की कीमतों को सपोर्ट मिल रहा है।

भारतीय वायदा बाजार मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज यानी एमसीएक्स पर पूर्वाह्न् 11.56 बजे सोने के फरवरी एक्सपायरी अनुबंध में पिछले सत्र के मुकाबले 588 रुपये यानी 1.50 फीसदी की तेजी के साथ 39,865 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार चल रहा था, जबकि कारोबार के दौरान सोने का भाव एमसीएक्स पर 39,920 रुपये प्रति 10 ग्राम तक उछला, जोकि अब तक का रिकॉर्ड स्तर है। इससे पहले सोने का भाव चार सितंबर, 2019 को 39,885 रुपये प्रति 10 ग्राम तक उछला था।

कमोडिटी बाजार विशेषज्ञ बताते हैं कि सोना एमसीएक्स पर जल्द ही 40,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के मनोवैज्ञानिक स्तर को तोड़ सकता है।

एमसीएक्स पर चांदी के मार्च एक्सपायरी अनुबंध में पिछले सत्र के मुकाबले 693 रुपये यानी 1.47 फीसदी की तेजी के साथ 47,715 रुपये प्रति किलोग्राम पर कारोबार चल रहा था, जबकि कारोबार के दौरान चांदी का भाव 47,844 रुपये तक उछला।

वहीं, अंतर्राष्ट्रीय वायदा बाजार कॉमेक्स पर सोने के फरवरी अनुबंध में 16.75 डॉलर यानी 1.10 फीसदी की तेजी के साथ 1,544.85 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार चल रहा था, जबकि कारोबार के दौरान सोने का भाव कॉमेक्स पर 1,546.45 डॉलर प्रति औंस तक उछला, जोकि चार सितंबर, 2019 के बाद का सबसे ऊंचा स्तर है। चार सिंतबर, 2019 को कॉमेक्स पर सोने का भाव 1,566.20 डॉलर तक उछलने के बाद 1,560.40 डॉलर प्रति औंस पर बंद हुआ था।

कॉमेक्स पर चांदी के मार्च अनुबंध में शुक्रवार को 1.09 फीसदी की तेजी के साथ 18.24 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार चल रहा था।

केडिया एडवायजरी के डायरेक्टर अजय केडिया ने आईएएनएस को बताया कि सोना-चांदी के दाम में आई मौजूदा तेजी की वजह भूराजनीतिक तनाव है, लेकिन चीन में इस महीने 25 जनवरी से नये साल का उत्सव शुरू हो रहा है, जिसकी खरीदारी से भी सोने के दाम को सपोर्ट मिल रहा है। वहीं, डॉलर में आई कमजोरी से भी बुलियन में निवेश मांग बनी हुई है।

दुनिया की छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की ताकत का सूचक डॉलर इंडेक्स बीते एक महीने से सुस्त रहा है और इस दौरान डॉलर इंडेक्स में एक फीसदी से ज्यादा की कमजोरी रही है। डॉलर इंडेक्स पिछले सत्र से हल्की कमजोरी के साथ 96.48 पर बना हुआ था।

एंजेल ब्रोकिंग के डिप्टी वाइस प्रेसीडेंट (एनर्जी व करेंसी रिसर्च) अनुज गुप्ता ने बताया कि सोना में निवेशकों को एक साल के दौरान भारत में 23.77 फीसदी, जबकि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में 18.28 फीसदी का रिटर्न मिला है। इसलिए पीली धातु में निवेश के प्रति निवेशकों का रुझान बना हुआ है।
 

 

आईएएनएस
नयी दिल्ली


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