जेट एयरवेज का परिचालन बंद

Last Updated 18 Apr 2019 01:43:44 AM IST

नकदी संकट से जूझ रही निजी क्षेत्र की एयरलाइन जेट एयरवेज ने आखिरकार बुधवार को अपने विमान सेवा परिचालन को अस्थाई तौर पर बंद कर दिया।


जेट एयरवेज का परिचालन बंद

इससे कंपनी के 20,000 कर्मचारियों के समक्ष रोजी-रोटी का संकट पैदा हो गया है।
बैंकों के समूह द्वारा 400 करोड़ रुपए की त्वरित ऋण सहायता उपलब्ध कराने से इनकार कर दिए जाने के बाद एयरलाइन ने यह घोषणा की है। जेट एयरवेज के परिचालन बंद करने के फैसले से जहां यात्रियों, एयरलाइन के आपूर्तिकर्ताओं का करोड़ों रुपया फंस गया है वहीं उसके 20 हजार से अधिक कर्मचारियों का भविष्य अधर में लटक गया है। एयरलाइन पर बैंकों का 8500 करोड़ रुपए से अधिक का बकाया है जिसके चलते वह कर्ज संकट में फंसती चली गई।
करीब ढाई दशक तक लोगों को विमान सेवाएं देने वाली एयरलाइन ने कहा कि बुधवार मध्यरात्रि को अमृतसर से नई दिल्ली के लिए उसकी आखिरी उड़ान होगी। इसके बाद उसकी विमान सेवाएं अस्थाई तौर पर बंद रहेंगी। नरेश गोयल द्वारा शुरू की गई जेट एयरवेज ने ढाई दशक तक लाखों यात्रियों को विमान सेवाएं उपलब्ध कराई लेकिन 2010 के संकट के बाद एयरलाइन का कर्ज संकट गहराने लगा। इस दौरान कंपनी को लगातार चार तिमाहियों में घाटा उठाना पड़ा। इसके बाद वह कर्ज के भुगतान में असफल होने लगी। पिछले साल दिसंबर में 123 विमानों के साथ परिचालन करने वाली कंपनी ने आज केवल पांच विमानों का परिचालन किया।

कंपनी ने कहा कि वह ऋणदाताओं की ओर से बोलियों को अंतिम रूप दिए जाने की प्रक्रिया का इंतजार करेगी। इस महीने की शुरुआत में ऋणदाता बैंकों के समूह की ओर से एसबीआई कैप ने जेट एयरवेज की 32.1 से लेकर 75 फीसद तक हिस्सेदारी की बिक्री के लिए बोलियां आमंत्रित की थीं।

भाषा
मुंबई


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