नियमित आय के लिए एमआईएस बढ़िया

Last Updated 11 May 2014 11:15:35 AM IST

नियमित आय के लिए रकम को कहां निवेश किया जाए जिससे परिवार की गुजर-बसर चलती रहे. ऐसे लोगों के लिए डाकघर की मासिक आय योजना (एमआईएस) एक अच्छा विकल्प है.


डाकघर

इस योजना में जमा रकम पर हर माह ब्याज मिलता रहता है. सरकारी योजना होने के कारण इसमें निवेश की गई रकम पूरी तरह सुरक्षित रहती है.

सबसे बड़ा फायदा यह है कि महानगरों से लेकर देश के दूरदराज के गांवों में भी डाकघर की सुविधाएं मौजूद हैं. डाकघर में पैसा जमा करने के लिए शेयर बाजार, म्यूचुअल फंड और कमोडिटी में निवेश करने की तरह किसी विशेष अकाउंट और दस्तावेजों की जरूरत नहीं होती. आप मामूली कागजी कार्रवाई पूरी करने के बाद इस योजना में निवेश कर सकते हैं.

क्या है योजना

एमआईएस पांच साल की योजना है. इसमें निवेशक को प्रतिमाह निश्चित ब्याज का भुगतान किया जाता है. फिलहाल इस योजना में जमा रकम पर सालाना 8.4 फीसद की दर से ब्याज मिल रहा है. इस खाते में अधिकतम 4.5 लाख रुपए जमा करा सकते हैं. संयुक्त खाता खोलने पर नौ लाख रुपए तक जमा कराए जा सकते हैं. संयुक्त खाते में दोनों लोगों को ब्याज की गणना हिस्सेदारी के आधार पर की जाएगी.

कैसे करें निवेश

इस योजना में निवेश की प्रक्रिया एकदम सरल है. आप किसी भी नजदीकी डाकघर में जाकर संपर्क करें. इस योजना में नकद, डिमांड ड्राफ्ट या चेक के जरिए निवेश किया जा सकता है. पैसे जमा होते ही डाकघर में आपका एक खाता खुल जाएगा जिसकी एक पासबुक मिलेगी.

ब्याज की राशि हर महीने पासबुक में दर्ज कराई जा सकती है. इसके अलावा सीधे बचत खाते में भी जमा कराने का विकल्प है. बचत खाते में मिलने वाली ब्याज की इंट्री के लिए छह माह में एक बार पासबुक को जमा कराना होगा. यह प्रक्रिया नियमित रूप से चलती रहेगी. निवेश की पात्रता इस योजना में सिर्फ व्यक्तिगत रूप से ही निवेश किया जा सकता है. किसी फर्म या संस्था द्वारा निवेश की अनुमति नहीं है. इस योजना में दस साल या उससे ज्यादा आयु के बच्चों के नाम से भी खाता खुलवाया जा सकता है. इस योजना में संयुक्त खाते का भी प्रावधान है जिसमें पति-पत्नी या बच्चों को शामिल किया जा सकता है.

निवेश की राशि एमआईएस में न्यूनतम 1500 रुपए और इसके गुणांक में खाता खुलवाया जा सकता है.

व्यक्तिगत खाते में निवेश की अधिकतम सीमा 4.5 लाख रुपए है. दो लोगों के संयुक्त खाते में नौ लाख रुपए जमा कराए जा सकते हैं. इस योजना में कोई भी व्यक्ति एक से ज्यादा खाते खुलवा सकता है लेकिन निवेश की कुल राशि 4.5 लाख रुपए से ज्यादा नहीं होनी चाहिए.

यदि आप इस योजना में ज्यादा रकम जमा कराना चाहते हैं तो पत्नी और बच्चों के नाम से भी खाता खुलवा सकते हैं. इस योजना में पांच साल से पहले भी खाता बंद कराया जा सकता है लेकिन एक साल से पहले पैसे निकालने का प्रावधान नहीं है. यदि एक साल बाद और तीन साल से पहले रकम निकाली जाती है तो निवेशित राशि में से दो फीसद की कटौती की जाएगी.

यदि तीन साल बाद पैसे निकाले जाते हैं तो एक फीसद कटौती करके रकम का भुगतान किया जाता है. इस स्कीम में आंशिक निकासी की सुविधा उपलब्ध नहीं है.

कितनी होगी आमदनी

उदाहरण के लिए सुरेश ने पत्नी के साथ मिलकर संयुक्त खाता खुलवाया जिसमें नौ लाख रुपए जमा कराए. इस पर उन्हें 6300 (3150 + 3150) रुपए का मासिक ब्याज मिलेगा. सुरेश इस रकम को वह ईसीएस के जरिए अपने बचत खाते में हस्तांतरित करा सकते हैं. यदि उन्हें नियमित रूप से आमदनी की जरूरत नहीं है तो इस ब्याज से आवृत्ति जमा (आरडी) योजना के तहत खाता खुलवाया जा सकता है. इस खाते पर सालाना 8.3 फीसद तिमाही चक्रवृद्धि की दर से ब्याज मिलेगा. यदि सुरेश ने 3150 - 3150 रुपए की पांच साल के लिए दो आरडी करा दीं तो उन्हें मैच्योरटी के समय 469054 (234527 + 234527) रुपए मिलेंगे. इस तरह पांच साल में उन्हें कुल 13,69,054 रुपए की रकम मिलेगी. इस योजना में निवेश की गई रकम पर टैक्स की छूट नहीं मिलती. लेकिन प्राप्त ब्याज पर कोई टीडीएस नहीं काटा जाता. हालांकि ब्याज को आय में जोड़ा जाता है जिस पर व्यक्ति को अपने स्लैब के अनुसार टैक्स का भुगतान करना होता है.

 

 

 



Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment