अच्छा संकेत
यह साल आईसीसी विश्व कप है और यह आयोजन होना भी घर में है। टीम इंडिया 12 साल बाद खिताब जीतने का इरादा रखती है।
अच्छा संकेत |
इस लिहाज से न्यूजीलैंड जैसी टीम का क्लीन स्वीप करना मनोबल बढ़ाने वाला है। इस सीरीज के पॉजिटिव की बात करें तो टीम के आईसीसी रैंकिंग में पहले पायदान पर पहुंचने के साथ दो ऐसे खिलाड़ी मिले हैं, जिन पर विश्व कप में भरोसा किया जा सकता है। ये हैं-ओपनर शुभमन गिल और पेसर मोहम्मद सिराज। भारतीय टीम प्रबंधन विश्व कप में ओपनिंग में रोहित के जोड़ीदार के रूप में शिखर धवन से आगे देखना चाहता है। इसको ध्यान में रखकर उसने बांग्लादेश दौरे पर गिल और ईशान किशन को मौका दिया। वहां ईशान ने दोहरा शतक जमाया तो सभी को लगा कि वह इस रेस में आगे निकल गए हैं। लेकिन टीम प्रबंधन ने रोहित के जोड़ीदार के रूप में गिल पर ही भरोसा जताया।
इसकी थोड़ी आलोचना भी हुई पर न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज में गिल के प्रदर्शन से वह हीरे की तरह निखर कर सामने आ गए हैं। उन्होंने दोहरा शतक और शतक लगाकर जता दिया है कि वह क्षमतावान खिलाड़ी हैं। संभावना है कि विश्व कप में गिल और रोहित की जोड़ी भारत की पारी की शुरुआत करती नजर आए। सिराज की जहां तक बात है तो वह कुछ समय में शानदार पेसर के तौर पर निखर कर आए हैं। गेंदबाजी में तमाम बातें जोड़कर उन्होंने अपने को बेहतरीन गेंदबाज के तौर पर विकसित कर लिया है। उनका विश्व कप में खेलना तय माना जा सकता है।
कुलदीप यादव भी अब भरोसा पाकर पूर्व की तरह लय में नजर आने लगे हैं। वह लगातार विकेट निकाल कर युजवेंद्र चहल को पीछे छोड़ने में सफल रहे हैं। टीम प्रबंधन उमरान मलिक को भी लगातार अनुभव दिला रहा है। गति के मालिक उमरान अपनी गेंदबाजी में थोड़ी विविधता लाकर टीम में तुरुप का इक्का साबित हो सकते हैं। जसप्रीत बुमराह की भी वापसी होने वाली है और वह भी पुरानी रंगत में आ जाते हैं तो भारतीय पेस अटैक में बहुत पैनापन आ जाएगा जो खिताब का सपना साकार करने में अहम भूमिका निभा सकता है। भारतीय टीम के अहम हिस्सा रहे रविंद्र जडेजा की प्रथम श्रेणी के मैचों में वापसी हो गई है, और वह जल्द ही फिटनेस पाकर टीम इंडिया का हिस्सा बन सकते हैं। टीम के बन रहे तालमेल से खिताब की उम्मीद की जा सकती है।
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