डब्ल्यूएचओ की चेतावनी
देश में कोरोना के कम होते मामलों के बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की चेतावनी बेकल कर देने वाली है।
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डब्ल्यूएचओ ने चेताया है कि कुछ क्षेत्रों में भले ही कोरोना के मामले आने की रफ्तार थमी है, लेकिन खतरा बरकरार है। डब्ल्यूएचओ में दक्षिण पूर्व एशिया क्षेत्र की निदेशक डॉ. पूनम खेत्रपाल सिंह ने कहा है कि अभी भी कोई देश संक्रमण के जोखिम की जद से बाहर नहीं है।
स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने भी राज्यों से कहा है कि सतर्क रहें। बिहार, झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़ और बंगाल-इन पांच पूर्वी राज्यों में कोरोना से निपटने की तैयारियों की समीक्षा बैठक में उन्होंने कहा कि बीते दो हफ्तों में संक्रमण दर में गिरावट देखी गई लेकिन फिर भी सतर्कता जरूरी है। इसलिए कि संक्रमण की दर दस फीसद से ज्यादा बनी हुई है, जिसे चिंताजनक ही माना जाता है। चिंता की बात यह भी है कि अभी भी महामारी स्थानीय महामारी (एंडेमिक) के चरण में नहीं पहुंची है, वैश्विक महामारी के बीच ही बने हुए हैं हम।
इसलिए पूरा ध्यान संक्रमण फैलने से रोकने के साथ ही टीकाकरण का दायरा बढ़ाने पर रहना चाहिए। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से शनिवार सुबह आठ बजे जारी आंकड़ों के मुताबिक, देश में पिछले 24 घंटे के दौरान 871 और मरीजों की मौत होने से महामारी से मृतकों की संख्या बढ़कर 4,93,।98 हो गई। उपचाराधीन मरीजों की संख्या 1,01,278 कम हुई और महामारी का इलाज करा रहे मरीजों की संख्या 20,04,333 हो गई है, जो संक्रमण के कुल मामलों का 4.91 फीसद है। टीकाकरण की बात है तो टीका लगवाने वालों की संख्या का आंकड़ा शनिवार को 165.6 करोड़ को पार कर गया। एहतियाती खुराक लेने वालों की संख्या 1,16,18,975 हो गई है।
कोरोना महामारी के प्रकोप से विश्व उबरा नहीं है, और स्वास्थ्य विशेषज्ञ कह रहे हैं कि बूस्टर खुराक की बजाय हमें ऐसे टीके तैयार करने में जुटना चाहिए जो कोरोना के नये स्वरूपों से ज्यादा ताकत से लड़ सकें। बूस्टर डोज के साथ बड़ी चिंता है कि यह संक्रमण को लंबे तक नहीं रोक सकती। डब्ल्यूएचओ भी बूस्टर लगाने को कारगर करार नहीं देता। दुविधा में डालने वाली बात है कि ओमीक्रोन को ज्यादा घातक नहीं माना जा रहा था लेकिन अमेरिका में डेल्टा की बजाय कहीं ज्यादा संक्रामक माने गए ओमीक्रोन स्वरूप से ज्यादा मौतें हुई हैं। कह सकते हैं कि दुविधा में डाल देने वाला समय गुजरा नहीं है। सतर्कता बराबर जरूरी है।
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