ट्रंप और चुनाव
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनकी पत्नी मेलानिया ट्रंप के कोरोना विषाणु महामारी के गिरफ्त में आते ही अमेरिका सहित पूरे विश्व में चिंता की लहर दौड़ गई।
![]() ट्रंप और चुनाव |
ट्रंप अमेरिका के प्रथम नागरिक हैं और आगामी तीन नवम्बर को राष्ट्रपति पद के लिए होने जा रहे चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी के आधिकारिक उम्मीदवार हैं। इसलिए इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं थी कि जिसने भी उनके और उनकी पत्नी के कोरोनायुक्त होने का समाचार सुना वह उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करने लगा। तीखी राजनीतिक कटुता के बीच हो रहे इस चुनाव में रिपब्लिकन और डेमोक्रेटिक पार्टियों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। मतदान में अब एक महीने से भी कम का समय रह गया है।
ऐसे में राष्ट्रपति ट्रंप का कोरोना विषाणु से पीड़ित होकर वाल्टर रीड सैन्य अस्पताल में भर्ती होना इस चुनाव की सबसे बड़ी घटना मानी जा रही है। अगर ट्रंप का संक्रमण गंभीर हुआ तो उनका चुनाव अभियान प्रभावित हो सकता है। जाहिर है ऐसे में चुनाव परिणाम को लेकर अनिश्चतता बढ़ गई है। चुनाव बाद के राजनीतिक परिस्थितियों को लेकर भी कई तरह की अटकलें लगाई जा रहीं हैं। हालांकि ट्रंप जुझारू नेता हैं और अपनी सारी खूबियों और कमियों के साथ जनता के साथ सीधा संवाद करते हैं। बीते सोमवार को ऐसा ही नजारा देखने को मिला जब वह अपने समर्थकों का अभिवादन करने के लिए अस्पताल से बाहर निकल आए। राष्ट्रपति की झलक पाकर उनके समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ गई।
थोड़ी देर बाद अस्पताल से लौटकर उन्होंने ट्विट किया, ‘अस्पताल से बाहर मौजूद सभी प्रशंसकों और समर्थकों की मैं सराहना करता हूं।’ उनके बारे में यह जगजाहिर है कि अपने विरोधियों का मुकाबला ट्विट के जरिये ही सहज तरीके से करते हैं। अस्पताल से बाहर निकलकर समर्थकों का अभिवादन करने की घटना की डेमोक्रेटिक नेताओं ने कड़ी निंदा की है। वास्तविकता यह है कि ट्रंप शुरू से ही कोरोना के विरुद्ध बरती जाने वाली सावधानियों के प्रति उदासीन रहे हैं। अनेक बार उन्हें बगैर मास्क पहने हुए देखा गया। देश में लॉकडाउन लगाने का फैसला भी उन्होंने स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ. एंथोनी फौची के दबाव में लिया। चुनाव बाद नतीजों को लेकर भी देश में आशंका बनी हुई है। दुनिया के बड़े लोकतांत्रिक देश में पहली बार सत्ता हस्तांतरण में सेना की भूमिका की चर्चा हो रही है।
Tweet![]() |