साजिश बेपर्दा
पाकिस्तान में बैठे आतंकवादी संगठन अल कायदा के निर्देश पर भारत में तबाही मचाने की साजिश का भंडाफोड़ भारत के लिए राहत की खबर है।
साजिश बेपर्दा |
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने शनिवार को अलकायदा के बड़े नेटवर्क के पर्दाफाश किया है। एनआईए ने अलकायदा मॉड्यूल को लेकर केरल और पश्चिम बंगाल में छापेमारी की और 9 संदिग्ध लोगों को गिरफ्तार किया गया है। अलकायदा को लेकर बिल्कुल नये मामलों में छापेमारी की गई है। ये छापेमारी केरल ने एर्नाकुलम और पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में की गई है।
बताया जा रहा है कि कई सुरक्षा प्रतिष्ठान इनके निशाने पर थे। अल कायदा के पाकिस्तान में बैठे आकाओं के निर्देश पर भारत में खूनखराबा करने की साजिश काफी पहले से बनाई जा रही थी। भारत की खुफिया एजेंसियां इस गतिविधि को लेकर चौकस थी। आतंकी संगठन का फोकस वैसे लोगों पर है, जो गरीब हैं और जिनके पास कोई काम नहीं है।
इसकी तस्दीक इस बात से होती है कि गिरफ्तार अधिकतर लोगों की उम्र 20 वर्ष के आसपास है और सभी मजदूर हैं। पाकिस्तान अपनी करतूतों से बाज नहीं आ रहा है। वह लगातार भारत को अस्थिर करने और यहां निर्दोष लोगों की हत्या की साजिश बुनता रहता है। चूंकि केरल और पश्चिम बंगाल में पहले भी इस तरह की आतंकी गतिविधियां होती रहीं हैं और कई आतंकवादी सुरक्षा बलों की गिरफ्त में भी आए हैं, लिहाजा यहां ज्यादा निगरानी और जागरूक रहने की जरूरत है। यहां की सरकार को भी ऐसे लोगों और उनकी हर गतिविधि पर नजर रखनी होगी।
चूंकि सोशल मीडिया की भूमिका ऐसे मामलों में ज्यादा व्यापक रूप से सामने आई है, लिहाजा सोशल मीडिया के तमाम मंचों और उन्हें रेगुलेट करने वाली कंपनियों पर भी सरकार को नजर रखने की अत्यंत आवश्यकता है। ज्यादातर मामलों में देखा गया है कि आतंकवादी इन्हीं सोशल मीडिया के प्लेटफार्म से आतंकी खेल रचते हैं। साथ में स्थानीय गुर्गे पर भी स्थानीय खुफिया एजेंसियों को बराबर नजर रखना होगा। हर हाथ को काम देने से निश्चित तौर पर ऐसे काम से युवा बचेंगे और उन्हें बरगलाना कट्टरपंथी गुटों के लिए दुष्कर होगा। स्थानीय स्तर पर भाईचारा कमिटी को और इसे सुगठित रूप देने से ही आतंकवाद को शिकस्त दी जा सकती है।
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