टूट गई सनी की जोड़ी

Last Updated 18 Aug 2020 01:08:57 AM IST

भारतीय क्रिकेट टीम में सुनील गावस्कर के जोड़ीदार रहे चेतन चौहान अब हमारे बीच नहीं रहे हैं। वह कोरोना वाइरस का शिकार बन गए।


टूट गई सनी की जोड़ी

चेतन चौहान के एक क्रिकेटर के तौर पर बात करें तो उन्हें हम सफल सहायक अभिनेता मान सकते हैं। उन्होंने भले ही 40 टेस्ट में 2084 रन बनाए पर उन्होंने जिस खूबी के साथ गावस्कर का साथ निभाया, उसे नहीं भुलाया जा सकता है। वह खुद भी कहते थे कि ओपनिंग जोड़ीदार सुनील गावस्कर की तरह अच्छी तकनीक वाले नहीं थे। वह विनाथ की तरह कलाई का उपयोग करने वाले नहीं थे पर इतना जरूर था कि उनमें किसी भी तेज आक्रमण के सामने टिकने का माद्दा था। क्रिकेट में 1970 और 1980 का दौर तूफानी तेज गेंदबाजों का दौर माना जाता है और इन तेज गेंदबाजों के खिलाफ उन्होंने गावस्कर के साथ दस ओपनिंग शतकीय साझेदारियां निभाई। उनकी गावस्कर के साथ एक शतकीय साझेदरी चौथे विकेट के लिए भी है।

इतना समय बीत जाने के बाद भी शतकीय साझादारियों के मामले में 11 शतकीय साझादारियों से सहवाग और गंभीर ही उनसे आगे निकल सके हैं। यह जरूर है कि चेतन चौहान अपने कॅरियर में कभी शतक नहीं लगा सके पर पर्थ की तेज विकेट पर तूफानी गेंदबाज जैफ थामसन के खिलाफ खेली 88 रन की पारी शतक से कम नहीं थी। गावस्कर कहते हैं कि हम दोनों जब भी मिलते थे, तो वह कहते थे कि आ जा गले मिल ले, क्योंकि हम जीवन के आखिरी ओवरों में हैं और वह अपने इस आकलन को सही ठहराते हुए मात्र 73 साल की उम्र में विदा हो गए।

उन्होंने क्रिकेटर के अलावा प्रशासक और राजनेता के तौर पर भी सफल जिंदगी निभाई। एक प्रशासक के तौर पर उन्होंने मंकीगेट के नाम से मशहूर 1981 के ऑस्ट्रेलिया दौरे की रद्द होने की तरफ बढ़ रही सीरीज को अपनी सूझ-बूझ से बचाया था। इसके अलावा डीडीसीए में विभिन्न पदों पर रहने के दौरान उन्होंने तमाम यादगार काम किए। 1991 के लोक सभा चुनाव से पहले भाजपा ने उनसे राजनीति में आने के लिए संपर्क किया पर शुरुआत में तैयार नहीं थे पर एक बार मान जाने के बाद इसमें रमकर ही रह गए। कोरोना से पीड़ित होने के बाद वह कॅरियर में तेज गेंदबाजों का सामना करने की तरह इसका सामना नहीं कर सके और आखिरकार हमसे विदा हो गए।



Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment