IPL 2025 : दिल्ली कैपिटल्स के लिए बड़ी चुनौती, शीर्ष पर चल रहे गुजरात टाइटन्स से भिड़ेगी
भारत-पाकिस्तान संघर्ष के कारण अपने पिछले मैच के अचानक स्थगित होने का झटका झेलने वाली दिल्ली कैपिटल्स की टीम रविवार को यहां आईपीएल तालिका में शीर्ष पर चल रहे गुजरात टाइटन्स से भिड़ेगी तो उसकी कोशिश गेंदबाजी की चिंताओं को दूर करने और फिर से एकजुट होने की होगी जिससे कि प्लेऑफ की अपनी उम्मीदों को जीवंत रख सके।
![]() IPL 2025, दिल्ली कैपिटल्स के लिए बड़ी चुनौती |
दिल्ली ने अपने पिछले पांच मैच में तीन गंवाए हैं और एक मैच बारिश के कारण बेनतीजा रहा। धर्मशाला में दिल्ली का पिछला मुकाबला जम्मू और पठानकोट में हवाई हमले की चेतावनी के बाद बीच में ही रद्द कर दिया गया था जिसके बाद लीग को एक सप्ताह के लिए निलंबित कर दिया गया था।
टूर्नामेंट फिर से शुरू किया जा रहा है लेकिन कई विदेशी खिलाड़ी अपनी प्रतिबद्धताओं को पूरा करने के लिए वापस नहीं आ रहे जिससे फ्रेंचाइजी को अपनी टीम में बदलाव करने के लिए मजबूर होना पड़ा।
दिल्ली की टीम अभी 11 मैच में 13 अंक के साथ पांचवें स्थान पर है। टीम को उस समय बड़ा झटका लगा जब शीर्ष तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क ने बाकी सत्र के लिए वापस नहीं लौटने का फैसला किया। ऑस्ट्रेलिया का यह बाएं हाथ का तेज गेंदबाज 14 विकेट लेकर मौजूदा सत्र में अब तक टीम का सबसे सफल गेंदबाज है और उनकी अनुपस्थिति दिल्ली के लिए बड़ा झटका है।
दिल्ली को हालांकि उस समय राहत मिली जब उसने बांग्लादेश के तेज गेंदबाज मुस्ताफिजुर रहमान को अपने साथ जोड़ा जिन्हें शुक्रवार को अपने राष्ट्रीय बोर्ड से अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) मिला। अनुभवी मुस्ताफिजुर ने आईपीएल में 7.84 के इकोनॉकी रेट से 38 विकेट लिए हैं। उनसे उम्मीद की जाएगी कि वह गुजरात के मजबूत बल्लेबाजी क्रम के खिलाफ दिल्ली के तेज गेंदबाजी आक्रमण की अगुआई करेंगे जो जूझ रहा है।
अक्षर पटेल की अगुआई वाली टीम ने घरेलू मैदान पर निराशाजनक प्रदर्शन किया है। इस सत्र में अरुण जेटली स्टेडियम में उसे सिर्फ एक जीत मिली है और वह भी सुपर ओवर के जरिए। दिल्ली और गुजरात की टीम जब पिछली बार 19 अप्रैल को भिड़ी थीं तो टाइटंस ने जोस बटलर की 54 गेंद पर 97 रन की पारी से 200 से अधिक के लक्ष्य को आसानी से हासिल कर सात विकेट से जीत दर्ज की थी। हाल के मुकाबलों में दिल्ली की समस्याएं और भी बढ गई हैं।
सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ बारिश से प्रभावित मैच में उनका शीर्ष और मध्यक्रम लड़खड़ा गया जबकि पंजाब किंग्स ने उनके गेंदबाजों की खूब धुनाई की जिन्होंने धर्मशाला में मैच रद्द होने से पहले सिर्फ 10.1 ओवर में एक विकेट पर 122 रन बना लिए थे।
दुष्मंता चमीरा और मुकेश कुमार की मौजूदगी वाले तेज गेंदबाजी आक्रमण को जूझना पड़ा है जिससे मुस्ताफिजुर की भूमिका और भी महत्वपूर्ण होगी। दिल्ली की बल्लेबाजी में भी निरंतरता की कमी है। पांच मई को अपने पिछले पूर्ण मैच में दिल्ली ने सनराइजर्स के खिलाफ 29 रन पर पांच विकेट गंवा दिए थे।
धर्मशाला में टीम को बल्लेबाजी का मौका नहीं मिला। अनुभवी सलामी बल्लेबाज फाफ डु प्लेसी की वापसी से दिल्ली को मजबूती मिलेगी। टीम को साथ ही उम्मीद होगी कि अभिषेक पोरेल और करुण नायर की मौजूदगी वाला शीर्ष क्रम हाल के संघर्षं से उबरकर गुजरात टाइटन्स के खिलाफ बेहतर प्रदर्शन करेगा।
दिल्ली ने सलामी बल्लेबाज के रूप में नायर के साथ प्रयोग किया था लेकिन यह कदम उल्टा पड़ गया क्योंकि वह सनराइजर्स के खिलाफ खाता भी नहीं खोल पाए। डु प्लेसी और पोरेल भी अच्छी शुरुआत को बड़े स्कोर में बदलने में विफल रहे हैं।
मौजूदा सत्र में टीम के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वाले लोकेश राहुल को कप्तान अक्षर के साथ अहम भूमिका निभानी होगी। अगर यह जोड़ी ठोस नींव रख पाती है तो ट्रिस्टन स्टब्स, विपराज निगम और आशुतोष शर्मा जैसे खिलाड़ी डेथ ओवरों में तेजी से रन जुटा सकते हैं। गुजरात की टीम 11 मैच में 16 अंक के साथ शीर्ष पर है। जोस बटलर और दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाज कागिसो रबादा टीम से दोबारा जुड़ गए हैं।
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