यह टेस्ट इतिहास के सबसे बड़े कमबैक्स में से एक : शास्त्री

Last Updated 29 Dec 2020 03:30:13 PM IST

भारतीय टीम के मुख्य कोच रवि शास्त्री ने मेलबर्न टेस्ट में आस्ट्रेलिया पर मिली शानदार जीत को टेस्ट इतिहास के सबसे बड़े कमबैक्स में से एक करार दिया है।


कोच रवि शास्त्री

यह पूछे जाने पर एडिलेड में मिली शर्मनाक हार के बाद नियमित कप्तान और मोहम्मद शमी तथा इशांत शर्मा जैसे कुछ अहम तेज गेंदबाजों के नहीं होने के बावजूद मिली इस जीत को आप कहां रखते हैं? इस पर शास्त्री ने कहा कि यह टेस्ट इतिहास के सबसे बड़े कमबैक्स में से एक है।

शास्त्री ने मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा, "मेरी समझ से इस टेस्ट को एक उदाहरण के तौर पर देखा जाएगा। यह निश्चित तौर पर टेस्ट इतिहास के सबसे बड़े कमबैक्स में से एक है। तीन दिन पहले 36 पर जिस टीम का पुलंदा बंधा हो, वह इस तरह खड़ी होगी और जीत हासिल करेगी, यह किसने सोचा था। हमारे खिलाड़ियों ने अपने असर चरित्र का चित्रण किया है।"

शास्त्री ने कहा कि एडिलेड से जब टीम मेलबर्न पहुंची थी तब उन्होंने टीम से कहा था कि उसे अपने प्रदर्शन को उंचा करना होगा और लड़ाई करनी होगी।

शास्त्री ने कहा, "एडिलेड की हार ने हमें कई सकारात्मक बातें सिखाईं। अंत में परिणाम अगर अनुकूल होता है तो सब अच्छा होता है। हमने एकतरफा अंदाज में यह मैच जीता और यह हमारी मेहनत का नतीजा है क्योंकि आस्ट्रेलिया में एक दिन या एक सत्र में अच्छा करने से जीत नहीं मिलती। आपको यह मानकर चलना होता है कि आप पांचों दिन अच्छा खेलकर ही ऐसी टीम को उसके घर में हरा सकते हैं।"

मुख्य कोच रवि शास्त्री ने मेलबर्न टेस्ट में आस्ट्रेलिया पर मिली शानदार जीत के बाद कहा है कि अजिंक्य रहाणे बेहद चतुर और शांत कप्तान हैं और उन्हें खेल की बहुत अच्छी समझ है। शास्त्री ने साथ ही पहली पारी में रहाणे की 112 रन की शानदार शतकीय पारी को मैच का टर्निंग प्वाइंट बताया है।

भारतीय क्रिकेट टीम ने मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (एमसीजी) पर खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में आस्ट्रेलिया को 8 विकेट से हराकर चार मैचों की सीरीज में 1-1 की बराबरी कर ली है।

मैच के चौथे दिन मंगलवार को मेजबान आस्ट्रेलिया की दूसरी पारी 200 रनों पर समेटने के बाद भारत को जीत के लिए 70 रनों का लक्ष्य मिला था, जिसे उसने 2 विकेट गंवाकर 15.5 ओवरों में हासिल कर लिया।

शास्त्री ने मैच के बाद कहा, " वह बेहद चतुर कप्तान हैं। उन्हें खेल की बहुत अच्छी समझ है और वह मैच को अच्छे से पढ़ते हैं। मुझे लगता है कि उनके शांत स्वभाव से अपना पदार्पण मैच खेल रहे मोहम्मद सिराज और शुभमन गिल को मैच के बीच में काफी मदद मिली है। उमेश को खोने के बाद भी उनका प्रभाव शांत था। मुझे लगता है कि हमने एक शानदार काम किया।"

58 साल के शास्त्री ने रहाणे और विराट कोहली की तारीफ करते हुए कहा कि दोनों को खेल की बहुत अच्छी समझ है और वे दोनों अलग अलग स्वभाव के हैं।

कोच ने कहा, " दोनों खेल के बहुत अच्छे कप्तान हैं। विराट बहुत भावुक हैं जबकि दूसरी ओर अजिंक्य बहुत शांत और रचनाकार हैं। यह उनकी विशेषता हैं। विराट आपके चेहरे के सामने अधिक होते हैं जबकि रहाणे बहुत ही शांत और शानदार तरीके से रहते हैं। लेकिन अंदर ही अंदर उन्हें पता है कि उन्हें क्या चाहिए?"

शास्त्री ने साथ ही पहली पारी में रहाणे की 112 रन की शानदार शतकीय पारी को मैच का टनिर्ंग प्वाइंट बताया और कहा कि उनकी इस पारी ने मैच को भारत की ओर मोड़ दिया।

उन्होंने कहा, " मुझे लगता है कि यह अजिंक्य रहाणे की पारी थी। टीम के कप्तान के रूप में इतने बड़े स्तर पर और इतने बड़े मंच पर उन्होंने जो अनुशासन दिखाया और नंबर चार पर आकर बल्लेबाजी की। मुझे लगता है कि उनकी पारी मैच का टर्निंग प्वाइंट था।"

आईएएनएस
मेलबर्न


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