300वें वनडे को यादगार बनाने उतरेंगे धोनी

Last Updated 30 Aug 2017 04:23:26 PM IST

अनुभवी विकेटकीपर बल्लेबाज महेंद्र सिंह धोनी गुरूवार को जब श्रीलंका के खिलाफ सीरीज के चौथे वनडे मैच में उतरेंगे तो उनके नाम अपने करियर में 300 वनडे मैच खेलने की उपलब्धि भी दर्ज हो जाएगी.


विकेटकीपर बल्लेबाज महेंद्र सिंह धोनी (फाइल फोटो)

भारत और श्रीलंका के बीच पांच मैचों की सीरीज को मेहमान टीम पहले ही 3-0 से अपने नाम कर चुकी है और फिलहाल उसके लिये गुरूवार को कोलंबो में होने वाला चौथा मैच परिणाम के लिहाज से महत्वपूर्ण नहीं है. लेकिन पूर्व कप्तान धोनी के लिये यह मैच उनके करियर में एक और उपलब्धि जोड़ देगा और वह वनडे में अपने 300 मैच भी पूरे कर लेंगे.

धोनी ने मौजूदा वनडे सीरीज में एक बार फिर अपनी उपयोगिता साबित करते हुये मैच विजेता पारियां खेली हैं और वह जबरदस्त लय में हैं. अब तक उन्होंने 299 मैचों में 51.93 के औसत से 9608 रन बनाये हैं जिसमें 10 शतक और 65 अर्धशतक शामिल हैं. इसमें नाबाद 183 रन की पारी सर्वश्रेष्ठ है जो भारतीय खिलाड़ी ने 31 अक्टूबर 2005 को जयपुर वनडे में श्रीलंका के खिलाफ ही बनाई थी.             

कपिल देव के बाद देश को विश्व कप विजेता बनाने वाले दूसरे कप्तान धोनी के नाम वनडे करियर में कई रिकार्ड दर्ज हैं. उन्होंने मौजूदा सीरीज में ही दो रिकार्ड अपने नाम कर लिये हैं जिसमें दूसरे वनडे में उन्होंने कुमार संगकारा के 99 स्टंपिंग के रिकार्ड की बराबरी कर ली है और अब 300वें मैच में उनके पास संगकारा को पीछे छोड़ने का भी मौका रहेगा और साथ ही वह विकेट के पीछे 100 शिकार करने वाले भी वनडे के पहले विकेटकीपर बन जाएंगे.

विश्व के सर्वश्रेष्ठ फिनिशरों में से एक धोनी वनडे में 72 बार नाटआउट रहे हैं और वह दक्षिण अफ्रीका के शान पोलाक और श्रीलंका के चामिंडा वास के साथ संयुक्त रूप से ऐसी उपलब्धि हासिल करने वाले खिलाड़ी हैं. धोनी यदि इस आंकड़े में एक और नाटआउट का इजाफा कर लेते हैं तो उनके नाम वनडे में सबसे अधिक नाटआउट रहने का विश्व रिकार्ड दर्ज हो जायेगा.



धोनी ने श्रीलंका के खिलाफ मौजूदा वनडे सीरीज में दो बार नाटआउट रहते हुए टीम के लिये मैच विजयी पारियां खेलीं हैं. धोनी इस सीरीज से पहले एकदिवसीय क्रिकेट में अपने 300 मैचों से चार कदम दूर थे जबकि अब वह चौथे वनडे में उतरने के साथ ही वनडे मैचों का तिहरा शतक पूरा कर लेंगे और यह उपलब्धि हासिल करने वाले वह छठे भारतीय बल्लेबाज बनेंगे. उनसे पहले सचिन तेंदुलकर 463 मैचों के साथ पहले (विश्व में भी पहले), राहुल द्रविड़ (340), मोहम्मद अजहरूद्दीन (334), सौरभ गांगुली (308) और युवराज सिंह (301) वनडे में 300 मैच खेल चुके हैं.

धोनी के विषय में सबसे अच्छी बात है कि वह बेहद दबाव की स्थिति में और जमकर खेलते हैं. उन्होंने अपनी जुझारू क्षमता से टीम को अपने बल पर कई यादगार जीतें दिलायी हैं. धोनी की काबलियत को लेकर भले ही मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद ने हाल ही में सवाल उठाये थे लेकिन पूर्व भारतीय ओपनर वीरेन्द्र सहवाग की नजर में धोनी अब भी सर्वश्रेष्ठ हैं और उन्हें कम से कम 2019 के विश्व कप तक टीम के साथ रहना ही चाहिये.

वार्ता


Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment