Hockey Asia Cup 2025: दक्षिण कोरिया को हरा भारत बना एशियाई चैंपियन, विश्व कप के लिए किया क्वालीफाई

Last Updated 08 Sep 2025 08:15:30 AM IST

दिलप्रीत सिंह के दो गोल की मदद से भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने मौजूदा चैंपियन दक्षिण कोरिया को रविवार को फाइनल में 4-1 से हराकर आठ साल बाद एशिया कप खिताब जीता। इसके साथ ही अगले साल होने वाले विश्व कप के लिए भी क्वालीफाई कर लिया।


भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने मौजूदा चैंपियन दक्षिण कोरिया को रविवार को फाइनल में 4-1 से हराकर आठ साल बाद एशिया कप खिताब जीता।

भारत ने चौथी बार एशिया कप खिताब जीता है और वह पांच बार की चैंपियन कोरिया के बाद टूर्नामेंट की दूसरी सबसे सफल टीम बन गई।

भारत ने इससे पहले 2003 (क्वालालंपुर), 2007 (चेन्नई) और आखिरी बार 2017 (ढाका) में एशिया कप जीता था। दक्षिण कोरिया ने 1994, 1999, 2009, 2013 और 2022 में खिताब जीता है। इसके साथ ही भारत ने अगले विश्व कप के लिए क्वालीफाई कर लिया जो 14 से 30 अगस्त तक बेल्जियम और नीदरलैंड में होना है। भारत ने अब तक सिर्फ एक बार 1975 में क्वालालंपुर विश्व कप जीता है। 

खचाखच भरे राजगीर खेल परिसर में भारत के लिए सुखजीत सिंह ने पहले ही मिनट में गोल दागा जबकि दिलप्रीत ने 28वें और 45वें मिनट में गोल किए। अमित रोहिदास ने 50वें मिनट में चौथा गोल दागा। वहीं पांच बार की चैंपियन दक्षिण कोरिया के लिए एकमात्र गोल 51वें मिनट में डेन सोन ने किया। भारत ने टूर्नामेंट में पांच जीत दर्ज की और एक ड्रा खेला।

पहले ही सेकेंड से भारतीय टीम ने आक्रामक शुरुआत की। डिफेंस, मिडफील्ड और फॉर्वड पंक्ति के बीच कमाल का तालमेल था और एक ईकाई के रूप में विरोधी गोल पर कई हमले बोले गए। दूसरी ओर कोरियाई टीम अधिकांश समय रक्षात्मक खेल दिखाती नजर आई जो उस पर भारी पड़ा।

पहले दो क्वार्टर में भारतीय डिफेंस को भेदने में उसे कामयाबी नहीं मिली और गोल करने के मौके भी कोरियाई टीम बना नहीं सकी।

भारत के लिए पहला गोल 30वें सेकेंड में सुखजीत ने दागा। कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने बाएं फ्लैंक से शानदार प्रदर्शन करते हुए सुखजीत को गेंद सौंपी जिसने बाएं कार्नर पर से रिवर्स हिट लगाकर गेंद को गोल के भीतर डाला। दिलप्रीत आठवें मिनट में गोल करने के करीब पहुंचे लेकिन विवेक सागर प्रसाद के पास पर उनका शॉट कोरियाई गोलकीपर जेहान किम ने बचा लिया। अगले ही मूव पर भारत को पेनल्टी स्ट्रोक मिला लेकिन जुगराज सिंह की कोशिश नाकाम रही।

भारतीय आक्रामक पंक्ति ने कोरियाई डिफेंस को पूरे मैच में दबाव में रखा। हरमनप्रीत ने हवा में गेंद उछालकर बाएं कॉर्नर पर संजय को पास दिया जिसने सर्कल के भीतर दिलप्रीत को गेंद सौंपी। उन्होंने गोल कर हाफटाइम तक भारत को 2-0 से बढ़त दिला दी।

तीसरे क्वार्टर के आखिर में दिलप्रीत ने भारत के लिए एक और गोल किया। कोरिया को पहला मौका 40वें मिनट में लगातार दो पेनल्टी कॉर्नर के रूप में मिला लेकिन भारतीय डिफेंस एक बार फिर अडिग था। वहीं मलयेशिया ने चीन को 3-0 से हराकर तीसरा स्थान हासिल किया। जापान ने बांग्लादेश को हराकर पांचवां स्थान पाया।

भाषा
राजगीर


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