पीएम मोदी ने कहा- पदक से चूकने के बावजूद नए भारत को प्रतिबिंबित करती है भारतीय महिला हॉकी टीम
टोक्यो ओलंपिक में भारतीय महिला हॉकी टीम के प्रदर्शन की तारीफ करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि भले ही टीम पदक से चूक गई हो लेकिन नये भारत को प्रतिबिंबित करती है जो अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करके नयी ऊंचाइयों को छू रहा है।
![]() |
भारतीय महिला हॉकी टीम कांस्य पदक के मुकाबले में ब्रिटेन से 3-4 से हार गई।
मोदी ने मैच के बाद ट्वीट किया, ‘‘हम महिला हॉकी में पदक से चूक गए लेकिन यह टीम नये भारत को प्रतिबिंबित करती है जिसमें हम अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करके नयी ऊंचाइयों को छू रहे हैं।’’
We narrowly missed a medal in Women’s Hockey but this team reflects the spirit of New India- where we give our best and scale new frontiers. More importantly, their success at #Tokyo2020 will motivate young daughters of India to take up Hockey and excel in it. Proud of this team.
— Narendra Modi (@narendramodi) August 6, 2021
उन्होंने कहा, ‘‘टोक्यो ओलंपिक में उनकी सफलता से कई युवा लड़कियों को हॉकी खेलने और उसमें अच्छा करने की प्रेरणा मिलेगी. इस टीम पर गर्व है।’’
मोदी ने कहा कि लोग टोक्यो ओलंपिक में हमारी महिला हॉकी टीम का प्रदर्शन हमेशा याद रखेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘उन्होंने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया. टीम के हर सदस्य में जबर्दस्त साहस, कौशल और दृढ़ता है। भारत को इस टीम पर गर्व है।’’
We will always remember the great performance of our Women’s Hockey Team at #Tokyo2020. They gave their best throughout. Each and every member of the team is blessed with remarkable courage, skill and resilience. India is proud of this outstanding team.
— Narendra Modi (@narendramodi) August 6, 2021
भारत की महिला टीम के लिए यह ओलंपिक में अब तक का सबसे अच्छा प्रदर्शन कहा जा सकता है। दुनिया की नौवें नम्बर की भारतीय टीम तमाम अटकलों पर विराम लगाते हुए दुनिया की नम्बर-2 आस्ट्रेलिया को हराकर पहली बार ओलंपिक के सेमीफाइनल में पहुंची थी। सेमीफाइनल में हालांकि उसे हार मिली।
यह भारत का तीसरा ओलंपिक था। मास्को (1980) के 36 साल के बाद उसने रियो ओलंपिक (2016) के लिए क्वालीफाई किया था। भारत अंतिम रूप से चौथे स्थान पर रहा था लेकिन उस साल वैश्विक बहिष्कार के कारण सिर्फ छह टीमों ने ओलंपिक में हिस्सा लिया था।
इसके बाद भारत ने 2016 के रियो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया लेकिन वह 12 टीमों के टूर्नामेंट में अंतिम स्थान पर रही थी। भारत को पूल स्तर पर पांच मैचों में सिर्फ एक ड्रॉ नसीब हुआ था।
टोक्यो में भारत ने ग्रुप स्तर पर खराब शुरुआत की थी। उसे लगाता तीन मैचों में हार मिली। इसके बाद उसने दो मैच लगातार जीते और ब्रिटेन के हाथों आयरलैंड की हार के कारण नॉकआउट के लिए क्वलीफाई करने में सफल रही।
नॉकआउट के पहले मैच में भारत ने आस्ट्रेलिया को 1-0 से हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया लेकिन सेमीफाइनल में उसे अर्जेटीना के हाथों 1-2 से हार मिली।
| Tweet![]() |