राजीव गांधी खेल रत्न अवार्ड का नाम बदल कर मेजर ध्यानचंद खेल रत्न अवार्ड हुआ

Last Updated 06 Aug 2021 01:11:36 PM IST

देश का सबसे बड़ा खेल अवार्ड- जिसे राजीव गांधी खेल रत्न अवार्ड के तौर पर जाना जाता है, को अब मेजर ध्यानचंद खेल रत्न अवार्ड के नाम से जाना जाएगा।


मेजर ध्यानचंद (फाइल फोटो)

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को ट्वीट के माध्यम से देश को इसकी जानकारी दी।

ध्यानचंद हॉकी के महान खिलाड़ी रहे हैं। उनके जन्मदिन 29 अगस्त को खेल दिवस के रूप में मनाया जाता है। साथ ही खेल पुरस्कारों के तहत ध्यानचंद अवार्ड भी दिया जाता है।

राजीव गांधी खेल रत्न अवार्ड की शुरूआत 1991-92 में हुई थी। सबसे पहले यह अवार्ड शतरंज खिलाड़ी विश्नाथन आनंद और बिलियर्डस खिलाड़ी गीत सेठी को दिया गया था।

मोदी ने ट्वीट कर कहा, "देश को गर्वित कर देने वाले पलों के बीच अनेक देशवासियों का ये आग्रह भी सामने आया है कि खेल रत्न पुरस्कार का नाम मेजर ध्यानचंद जी को समर्पित किया जाए। लोगों की भावनाओं को देखते हुए, इसका नाम अब मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार किया जा रहा है। जय हिंद!"

ध्यानचंद हॉकी के महान खिलाड़ी रहे हैं। उनके जन्मदिन 29 अगस्त को खेल दिवस के रूप में मनाया जाता है। साथ ही खेल पुरस्कारों के तहत ध्यानचंद अवार्ड भी दिया जाता है।

राजीव गांधी खेल रत्न अवार्ड की शुरुआत 1991-92 में हुई थी। सबसे पहले यह अवार्ड शतरंज खिलाड़ी विश्नाथन आनंद और बिलियर्ड्स खिलाड़ी गीत सेठी को दिया गया था।

अब तक लिएंडर पेस, सचिन तेंदुलकर, धनराज पिल्लई, पुलेला गोपीचंद, अभिनव बिंद्रा, अंजू बॉबी, जॉर्ज मैरी कॉम और रानी रामपाल को इस प्रतिष्ठित पुरस्कार से नवाजा जा चुका है।

मेजर ध्यानचंद को हॉकी का 'जादूगर' कहा जाता है।

इस अवॉर्ड को खेल मंत्रालय हर साल एक विशेष कार्यक्रम में राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्वारा दिया जाता है।

प्रधानमंत्री मोदी का यह कदम भारतीय पुरुष और महिला हॉकी टीम के टोक्यो ओलंपिक में बेहतरीन प्रदर्शन के बाद आया है।

गुरूवार को मनप्रीत सिंह के नेतृत्व वाली पुरुष हॉकी टीम ने कांस्य पदक जीता था जबकि महिला हॉकी टीम को आज कांस्य पदक मुकाबले में हार मिली थी।
 

आईएएनएस
नई दिल्ली


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