हॉलैंड और बेल्जियम में खिताबी मुकाबला रविवार को
हॉलैंड ने पिछले विश्व कप के फाइनल में हुई पराजय का बदला लेते हुए तीन बार के चैंपियन आस्ट्रेलिया को निर्धारित समय में 2-2 की बराबरी पर रहने के बाद पेनाल्टी शूटआउट में 4-3 से हराकर विश्व कप हॉकी के फाइनल में सातवीं बार स्थान बना लिया है।
![]() भुवनेश्वर : हालैंड के खिलाड़ी आस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच जीतने के बाद खुशी इजहार करते हुए। |
कलिंगा स्टेडियम में हॉलैंड की टीम कल खिताबी मुकाबले में बेल्जियम से मुकाबला करेगी।
बेल्जियम ने इससे पहले इंग्लैंड को 6-0 से हराया था। इस करारी हार के बाद इंग्लैंड का 1986 के बाद फिर से खिताबी मुकाबले में पहुंचने का सपना अधूरा रह गया। बेल्जियम के लिए मैच में टॉम बून ने आठवें, साइमन गोनार्ड ने 19वें, सेड्रिक चार्लियर ने 43वें, एलेक्जांडर हेंड्रिक्स ने 45वें और 50वें तथा सेबस्यिन डोकियर ने 53वें मिनट में गोल दागा। आस्ट्रेलिया कांस्य पदक के लिए इंग्लैंड का सामना करेगी।
हॉलैंड के लिए ग्लैन शुरमैन ने नौवें मिनट में और सेव वान एस ने 25वें मिनट में गोल किया। आस्ट्रेलिया के लिए टिम होवार्ड ने 45वें मिनट में पनाल्टी कॉर्नर पर और एडी ओकेनडेन ने 60वें मिनट में गोल किया। इसके बाद शूटआउट में हॉलैंड के लिए जेरोन हर्जर्बगर (2), सेव वान एस और थिज्स वान डैन ने गोल किया जबकि आस्ट्रेलिया के लिए डेनियल बियले, टॉम क्रेग और जेक व्हिटन ने गोल दागा। हॉलैंड चार साल से पहले विश्व कप फाइनल में आस्ट्रेलिया से हुई हार का बदला लेने के लिए इसी मौके का इंतजार कर रही थी। हालांकि उसने कंगारुओं को दो साल पहले रियो ओलंपिक के क्वार्टर फाइनल में भी 4-0 से हराया था। अपने इसी क्रम को उसने यहां भी बरकरार रखा और कंगारुओं के सपने को तोड़ दिया। मैच में एक समय लग रहा था कि मुकाबला हॉलैंंड के पक्ष में रहेगा लेकिन मैच समाप्त होने से सिर्फ 26 सेकेंड पहले ओकेनडेन ने बराबरी का गोल कर पासा पलट दिया था। परंतु शूटआउट में उनकी किस्मत रूठ गयी।
मैच का पहला गोल ग्लेन शुरमैन ने बेहतरीन तरीके से किया। आस्ट्रेलिया ने भी अपने आक्रमण को तीखा करते हुए विपक्षी गोल पर धावा बोला लेकिन डच डिफेंडर की मुस्तैदी बार-बार उनके आड़े आ रही थी। हॉलैंड के गोलकीपर पिरमिन ब्लाक ने शानदार बचाव किये। साथ ही ऊनके कप्तान मैथ्यू स्वान ने तो जबर्दस्त डिफेंस किया। इन दोनों की वजह से हॉलैंड पर आने वाला संकट हमेशा टलता रहा।
हॉलैंड ने हाफ टाइम से पांच मिनट पहले बने मूव को गोल में बदल दिया। इस बार सेव वान एस ने जोरदार शॉट लगाकर हॉलैंड को 2-0 से आगे कर दिया। आस्ट्रेलिया के लिए विश्व कप में दो गोल से पिछड़ना उसके लिए झटका था। विश्व कप में अंतिम बार आस्ट्रेलिया दो गोल से 2010 के दिल्ली विश्व कप के अपने पहले मैच में पिछड़ा था। हाफ टाइम के बाद तीसरा क्वार्टर आस्ट़ेलिया की ओर से खुशखबरी लेकर आया। इस बार आस्ट्रेलिया के लिए खेल के 45वें मिनट में ट्रेंट मिटन गेंद लेकर अंदर तक चले गये। इस पर आस्ट्रेलिया को पनाल्टी कॉर्नर मिला। इसे ब्लैक गोवर्स ने लिया और टिम होवार्ड ने गोल करने में कोई गलती नहीं की। इस तरह आस्ट्रेलिया अंतर को कम करने में सफल रहा। उसने हमला बोलना जारी रखा और आखिरकार निर्धारित समय के 26 सेकेंड बचे होने के दौरान गोलकीपर से हुई चूक का फायदा उठाते हुए एडी ओकेनडेन ने गोल कर दिया।
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