अर्जेंटीना को हराकर इंग्लैंड सेमीफाइनल में

Last Updated 13 Dec 2018 01:07:49 AM IST

इंग्लैंड ने आशा के विपरीत ओलंपिक चैंपियन अर्जेंटीना को 3-2 से हराकर विश्व कप हॉकी प्रतियोगिता के सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया है।


भुवनेश्वर : विश्व कप हॉकी क्वार्टर फाइनल मुकाबले में अर्जेंटीना को हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश करने पर एक-दूसरे को बधाई देते इंग्लैंड के खिलाड़ी। फोटो : प्रेट्र

इस तरह इंग्लैंड ने चार साल पहले हेग में तीसरे स्थान के लिए हुए प्ले ऑफ में 2-0 की हार का बदला ले लिया। अर्जेंटीना ने हालांकि पूरे मैच में बेहतरीन खेल दिखाया लेकिन अंत तक जुझारू प्रदर्शन दिखाने के बावजूद इस टीम को बाहर का रास्ता देखना पड़ा। इंग्लैंड के लिए मैच में बैरी मिडिलटन ने 27वें, विल कैलनान ने 45वें और हैरी मार्टिन ने 49वें मिनट में गोल किया। दूसरी ओर अर्जेंटीना के लिए दोनों गोल गोंजालो पीलेट ने 17वें और 48वें मिनट में किया।
कलिंगा स्टेडियम में मैच देखने के लिए दर्शकों की काफी संख्या मौजूद थी। मैच में अर्जेंटीना की हार सबको स्तब्ध करने वाला रहा। आखिरी तीन मिनट में तो गोलकीपर भी आक्रमण में साथ देने लगे। लेकिन उनके इस प्रयास का अंत में नतीजा नहीं निकला। अंत में जरूर अर्जेंटीना का शॉट गोल पर था पर इंग्लैंड के गोलकीपर जॉर्ज पिनर ने इसे बचा लिया।
इससे पहले अर्जेंटीना ने हमेशा की तरह अपने खेल में धार दिखाई। इसी का नतीजा का रहा कि उसने पहले क्वार्टर में बराबरी पर रहने के बावजूद दूसरा क्वार्टर में खेल शुरू होते ही बढ़त ले ली। स्टार खिलाड़ी गोंजालो ने यहां भी टीम के लिए पहला गोल किया। गोंजालो ने इंग्लैंड की सुरक्षा चूक का फायदा लेते हुए 17वें मिनट में यह गोल पेनल्टी कॉर्नर पर किया। इस गोल के बाद अर्जेंटीना ने इंग्लैंड पर दबाव बनाना शुरू किया। हालांकि इंग्लैंड के खिलाड़ियों ने भी अपने ऊपर विपक्षी टीम को ज्यादा हावी होने का मौका नहीं दिया।

इस मैच से पहले तक जैक वालर ने टीम के लिए बढ़िया खेल दिखाया था। दूसरे क्वार्टर में उन्होंने अर्जेंटीना पर बराबरी के लिए कोशिश की जो जल्दी कामयाबी में बदल गई। मैच के 27वें मिनट में इंग्लैंड को बैरी मिडिलटन ने तब गेंद को कब्जे में लिया जब वह अंसेल के साथ तेजी से आगे बढ़े और गोल कर दिया। पहले हाफ का खेल समाप्त होने से पहले अर्जेंटीना को बढ़त लेने का मौका मिला था, लेकिन गोल के बाद खिलाड़ियों की झुंड होने के बावजूद अर्जेंटीना इस मौके पर सफल नहीं हो सका।
हाफ टाइम के बाद तीसरा क्वार्टर इंग्लैंड के लिए खुशियां लेकर आया। इस बार गोल विल कैलनान ने किया। लियाम सैंफोर्ड ने उनका साथ दिया। फिर गेंद कप्तान इयान स्लोएने ने बैक पास दी। कैलनान ने इसे सीधे गोल का रास्ता दिखा दिया। इस तरह इंग्लैंड ने बढ़त ले ली। लेकिन अभी इंग्लैंड जश्न मना भी ही पाया था कि गोंजालो ने फिर पेनल्टी कॉर्नर पर गोल कर मैच में अर्जेंटीना को बराबरी पर ला दिया। खेल का यह 45वां मिनट था, तब खतरनाक खेल के लिए अर्जेंटीना ने पेनल्टी स्ट्रोक की मांग की। लेकिन पेनल्टी कॉर्नर ही मिला, जिसे गोंजालो ने बेकार नहीं जाने दिया।
आखिरी 12 मिनट का खेल काफी संघषर्पूर्ण रहा। इस दौरान दोनों ही टीमों ने मैच को अपने पक्ष में करने के लिए जोर लगा दी। 49वें मिनट में इंग्लैंड गोल करने में कामयाब हुआ। यह गोल हैरी मार्टिन ने दागा। इस तरह इंग्लैंड ने मैच में 3-2 की बढ़त ले ली जो मैच समाप्ति के बाद बरकरार रही।

आस्ट्रेलिया ने फ्रांस को बाहर किया
आस्ट्रेलिया क्यों हॉकी का बादशाह कहलाता है, इसे उसने फिर साबित किया। विश्व कप के दूसरे क्वार्टर फाइनल मैच में तीन बार की चैंपियन टीम ने फ्रांस को 3-0 से हरा दिया। आस्ट्रेलिया के लिए जेरमी हेवार्ड ने चौथे, ब्लैक गोवर्स ने 19वें और एरन जालेवस्की ने 37वें मिनट में गोल किया।
फ्रांस की टीम 28 साल बाद विश्व कप खेलने आई थी। ग्रुप लीग में अर्जेंटीना पर जीत से फ्रांस ने सबको चौंकाया था। माना जा रहा था कि फ्रांस की टीम आस्ट्रेलिया को कड़ी टक्कर देगी। लेकिन आस्ट्रेलिया ने उसे मौका नहीं दिया। पहले तीनों क्वार्टर में एक -एक गोल कर कंगारुओं ने अपने इरादे जता दिए। उसने पनाल्टी कॉर्नर का भरपूर इस्तेमाल किया और सभी गोल इसी से किए। पहला गोल खेल के चौथे मिनट में जेरमी हेवार्ड ने किया। इस टीम में जालेवस्की और जेरमी हेर्वड जबर्दस्त फार्म में दिखे। वैसे फ्रांस की टीम ज्यादा समय अपने डिफेंस पर ध्यान देने में लगी रही।
दूसरे क्वार्टर में भी आस्ट्रेलिया को मैच में बने रहने के लिए ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ी। फ्रांसीसी गोलकीपर आर्टर थियरे को पूरे समय तक जूझना पड़ा। फ्रांस ने आखिरी बार 1990 में विश्व कप खेला था। फ्रांस को चुनौती में बने रहने के लिए आस्ट़ेलिया को हराना जरूरी था जो आसान नहीं था। दूसरे क्वार्टर के कुछ समय बाद ही मिले पेनल्टी कॉनर्र को गोल में बदलकर ब्लैक गोवर्स ने आस्ट्रेलिया की बढ़त 2-0 से मजबूत कर दी।
हाफ टाइम के बाद  भी फ्रांस कोई मौका नहीं निकाल सका। इस दौरान खेल के 37वें मिनट में एरन जालेवस्की ने गोल कर मुकाबला को एकतरफा बना दिया। यह गोल एरन जालेवस्की ने पेनल्टी कॉर्नर पर किया। मैच के बाकी समय तक आस्ट्रेलिया ने एक तरह से फ्रांस को रियायत दे दी, क्योंकि फिर कोई गोल नहीं हुआ।
 

मोहम्मद ईशा उद्दीन/सहारा न्यूज ब्यूरो
भुवनेश्वर


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