तो क्या इनमें से कोई होगा यूपी का नया मुख्यमंत्री?
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा गठबंधन को 325 सीटों पर मिली जबर्दस्त जीत के बाद अब पार्टी में मुख्यमंत्री पद के लिए नेता को लेकर अटकलें शुरू हो गयी हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह (फाइल फोटो) |
यूपी भाजपा के कई नेता चुनाव जीतने के बाद दिल्ली रवाना हो चुके हैं. विधानसभा चुनाव नतीजे के बाद भाजपा मुख्यमंत्री पद के लिए नेता का औपचारिक निर्णय तो रविवार को करेगी, लेकिन इस पद के लिए कई नेताओं के नाम चर्चा में आ गये हैं.
भाजपा ने पांच राज्यों के चुनाव परिणामों को लेकर रविवार शाम को दिल्ली में संसदीय बोर्ड की बैठक बुलायी है, लेकिन प्रचंड जीत के बाद अब मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर अटकलों का बाजार गर्म हो गया है.
सीएम कौन होगा, इसको लेकर भले ही बड़े नेता सीधे कुछ कहने से बच रहे हों, लेकिन जिन प्रमुख नामों को लेकर अटकलें लग रही हैं, उनमें केशव प्रसाद मौर्य, मोदी सरकार में मंत्री डॉ. महेश शर्मा, मनोज सिन्हा, विधानसभा चुनाव में जीत कर आये दो राष्ट्रीय मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह और श्रीकांत शर्मा, सुरेश खन्ना, लखनऊ के दो बार के मेयर और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. दिनेश शर्मा के नाम शामिल हैं. इसके साथ ही केन्द्र में मंत्री उमा भारती ने भी सीएम की अघोषित दावेदारी यह कहते हुए कर दी है कि बाहरी को बहू बनाकर लाने वाले लोग घर की चाबी सौंप देते हैं.
सूत्रों का कहना है कि पिछड़ा वर्ग से आने वाले एक प्रदेश महामंत्री को भी दिल्ली दरबार में हाजिर होने को कहा गया है. ऐसे में कयास लगाये जा रहे हैं कि उन्हें कुछ अहम जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है. इसके कई अर्थ भी लगाये जा सकते हैं.
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता डॉ. मनोज मिश्र का कहना है कि भाजपा का कार्यकर्ता ही मुख्यमंत्री बनेगा, इसका निर्णय संसदीय बोर्ड करेगा और कार्यकर्ताओं को शीर्ष नेतृत्व का फैसला पूरी तरह मंजूर होगा.
बहरहाल, अब बहुमत लेकर जीती भाजपा को एक ऐसे नेता को तलाशना होगा, जो उसको सहेजने के साथ ही संकल्प पत्र 2017 में किये वादों को जमीन पर लागू कराने में सक्षम हो, ताकि 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी को और ताकत मिल सके.
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