मुख्यमंत्री अखिलेश ने हार मानी, इस्तीफा दिया
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को पूर्ण बहुमत मिलने के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपनी हार स्वीकार करते हुए शनिवार को पद से इस्तीफा दे दिया.
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (फाइल फोटो) |
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश ने मायावती के उठाए इस मुद्दे से सहमत हैं कि ईवीएम में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की गई, जांच होनी चाहिए. सरकारी आवास 5, कलिदास मार्ग पर पत्रकारों से बातचीत करने के बाद मुख्यमंत्री अखिलेश राजभवन गए. उन्होंने राज्यपाल राम नाईक को अपना इस्तीफा सौंपा.
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश ने इससे पहले, सरकारी आवास पर मीडिया से कहा, "बसपा की नेता ने ईवीएम को लेकर जो सवाल उठाए हैं, उससे सहमत हूं. मैं बूथ लेवल पर इसकी सच्चाई जानने की कोशिश करूंगा."
उन्होंने कहा, "मुझे खुशी है कि हमने कांग्रेस के साथ गठबंधन किया, दो युवा नेता साथ आए, आगे भी यह गठबंधन जारी रहेगा. मैं जनता को उनके निर्णय पर बधाई देता हूं. लोकतंत्र में यही होता है."
अखिलेश कहा कि अब देखना है कि नई सरकार की पहली कैबिनेट बैठक में किसानों का कर्ज माफ करने पर फैसला होता है या नहीं. अगर उत्तर प्रदेश के किसानों का कर्ज माफ होता है तो लगता है कि पूरे देश के किसानों का कर्ज भी माफ हो जाएगा.
मुख्यमंत्री ने कहा, "हमें उत्तर प्रदेश में पांच वर्ष काम करने का मौका मिला. मुझे उम्मीद है कि आने वाली सरकार समाजवादी सरकार से भी अच्छा काम करेगी. सड़कें बनवाएगी. हमारे अधूरे कार्यो को पूरा करेगी. मुझे लगता है कि आने वाले समय में मेरी सरकार फिर आएगी."
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