आरएसएस कार्यकर्ताओं को निशाना बनाने की आतंकी साजिश नाकाम, आजमगढ़ से 1 गिरफ्तार

Last Updated 10 Aug 2022 08:06:57 AM IST

उत्तर प्रदेश पुलिस के एटीएस ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर विस्फोट की साजिश रच रहे आईएसआईएस से जुड़े एक कथित आतंकी को मंगलवार को गिरफ्तार किया।


आजमगढ़ से ATS के हत्थे चढ़ा ISIS आतंकी

पुलिस के अनुसार, आरोपी सबाउद्दीन आजमी फिलहाल एआईएमआईएम का सदस्य है और वह आईएसआईएस के संपर्क में आकर मुजाहिदीन संगठन तैयार कर भारत में इस्लामिक स्टेट स्थापित करने तथा शरिया कानून लागू कराने की योजना पर काम कर रहा था।

एटीएस ने आरोपी के पास से बम बनाने का सामान, विस्फोटक एवं एक अदद अवैध शस्त्र और कारतूस बरामद की है।

RSS कार्यकर्ताओं को निशाना बनाने की आतंकी साजिश नाकाम

 

उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले से एक कथित ISIS कार्यकर्ता की गिरफ्तारी के बाद उत्तर प्रदेश के आतंकवाद निरोधी दस्ते (ATS) ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के कार्यकर्ताओं को निशाना बनाने की कथित आतंकी साजिश को नाकाम कर दिया है।

एटीएस अधिकारियों ने बताया कि आतंकी सबाउद्दीन आजमी के पास से एक अवैध हथियार और बम बनाने का कच्चा माल बरामद किया गया है।

मामला दर्ज

आरोपी पर आईपीसी की धारा 121-ए (देश के खिलाफ युद्ध छेड़ना), 122 (देश के खिलाफ युद्ध छेड़ने के इरादे से हथियार इकट्ठा करना), 123 (देश के खिलाफ युद्ध छेड़ने के लिए एक डिजाइन के अस्तित्व को छुपाना) और धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।

उत्तर प्रदेश एटीएस के अतिरिक्त महानिदेशक (एडीजी) नवीन अरोड़ा ने कहा कि गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) की धारा 13 और 18 और अवैध आग्नेयास्त्र रखने के लिए 3/25 शस्त्र अधिनियम के तहत धाराएं लगाई गई हैं।

एटीएस अधिकारियों ने दावा किया कि सबाउद्दीन आजमी आईएसआईएस के दो भर्तीकर्ता - अबू उमर और अबू बकर अल-शमी से फोन और इंस्टेंट मैसेजिंग एप्लिकेशन के माध्यम से संपर्क में था।

मुस्लिम युवकों का ब्रेनवॉश करने के लिए टेलीग्राम चैनल 'अल-सकर मीडिया' बनाया

उन्होंने कहा कि आरोपी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से ISIS की विचारधारा का प्रचार कर रहा था और उसने मुस्लिम युवकों का ब्रेनवॉश करने और उन्हें अपने आतंकी अभियानों में शामिल करने के लिए एक टेलीग्राम चैनल 'अल-सकर मीडिया' भी बनाया।

आरोपी ने आरएसएस के स्वयंसेवकों को निशाना बनाने के लिए आरएसएस के नाम का इस्तेमाल करते हुए एक फर्जी ई-मेल आईडी और फेसबुक अकाउंट भी बनाया।

एडीजी ने कहा कि आईएसआईएस विचारधारा के प्रचार के लिए आजमगढ़ के अमिलो गांव में एक व्यक्ति के माध्यम से एक खुफिया जानकारी विकसित करने के दौरान आरोपी का पता लगाया गया और उसे गिरफ्तार कर लिया गया।

उन्होंने कहा कि सबाउद्दीन आजमी को गिरफ्तार कर लिया गया और मंगलवार शाम को पूछताछ के लिए लखनऊ में एटीएस मुख्यालय लाया गया, जिसके दौरान उन्होंने खुलासा किया कि वह पहले फेसबुक के माध्यम से एक बिलाल के संपर्क में आया था और उसे आईएसआईएस सदस्य मूसा उर्फ कनब कश्मीरी का संपर्क नंबर दिया था।

एडीजी ने कहा कि आरोपी बाद में आईएसआईएस के दो भर्तीकर्ताओं - अबू बकर अल-शमी (वर्तमान में सीरिया में) और अबू उमर (अफ्रीका के इस्लामिक देश मॉरिटानिया में स्थित) के संपर्क में आया।

अरोड़ा ने कहा कि आईएसआईएस के भर्तीकर्ताओं द्वारा आरोपियों का ब्रेनवॉश किया गया था, जो बदले में 'कश्मीर और देश के अन्य हिस्सों में मुसलमानों के साथ अन्याय' का बदला लेने के लिए उनकी लड़ाई का हिस्सा बनने के लिए अन्य युवाओं का ब्रेनवॉश करने के लिए उनका इस्तेमाल कर रहे थे।

एडीजी ने कहा कि आरोपी का इरादा आईएसआईएस जैसा संगठन बनाना और भारत में इस्लामी शासन स्थापित करना था।

आईईडी और बम तैयार करना सीखने में भी मदद की

अरोड़ा ने कहा कि अबू बकर अल-शमी ने आरोपी को भारत में आईएसआईएस जैसा संगठन तैयार करने का आइडिया दिया और ऑनलाइन वीडियो के जरिए आईईडी और बम तैयार करना सीखने में भी मदद की।

सहारा न्यूज ब्यूरो
लखनऊ


Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment