बसपा का साथ मिला, मुर्मू ने सोरेन से भी मांगा समर्थन
बसपा ने शनिवार को भाजपा नीत राजग की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने की घोषणा की।
![]() बसपा नेता मायावती |
बसपा प्रमुख मायावती ने लखनऊ में कहा, ‘‘राष्ट्रपति चुनाव के संबंध में बसपा अपना फैसला लेने के लिए आजाद है। पार्टी ने आदिवासी समाज को अपने आंदोलन का खास हिस्सा मानते हुए द्रौपदी मुर्मू का समर्थन करने का निर्णय लिया है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमारा यह फैसला न तो भाजपा या राजग के समर्थन में है और न ही संप्रग के खिलाफ है। हमने अपनी पार्टी और आंदोलन को ध्यान में रखते हुए यह फैसला किया है।’’
मायावती ने कहा, ‘‘बसपा ने आदिवासी समाज की एक योग्य एवं कर्मठ महिला को देश की अगली राष्ट्रपति के रूप में देखने के लिए मुमरू का समर्थन करने का फैसला किया है। हालांकि, वह बिना किसी दबाव के काम कर पाएंगी या नहीं, यह तो आने वाला समय ही बताएगा।’’ उधर राजग की राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने शनिवार को झामुमो के नेता व झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से बात की और उनसे राष्ट्रपति चुनाव में समर्थन करने की अपील की।
उम्मीदवार चयन पर विपक्षी दलों की आलोचना की : राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के चयन के समय बसपा को परामर्श से दूर रखने के लिए पार्टी अध्यक्ष ने विपक्षी दलों की आलोचना भी की।
उन्होंने जोर देकर कहा कि बसपा राष्ट्रपति चुनाव के संबंध में अपना निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा 15 जून और शरद पवार द्वारा 21 जून को बुलाई गई बैठक में बसपा को न आमंत्रित किए जाने का जिक्र करते हुए मायावती ने कहा, ‘राष्ट्रपति चुनाव में भाजपा जहां सर्वसम्मति से राजग प्रत्याशी तय करने का दिखावा करती रही, वहीं विपक्षी दल संयुक्त उम्मीदवार चुनने के मामले में मनमानी दिखाते आए।’
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