UP Election: भाजपा विधायकों के इस्तीफा देने का सिलसिला जारी, धर्म सिंह सैनी, मुकेश वर्मा, विनय शाक्य ने भी छोडा साथ
उत्तर प्रदेश में आज फिरोजाबाद के शिकोहाबाद से विधायक मुकेश वर्मा, औरैया जिले में बिधूना सीट से विधायक विनय शाक्य के इस्तीफा देने के बाद चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायकों और योगी सरकार के मंत्रियों के इस्तीफे का सिलसिला जारी है। इस कड़ी में योगी सरकार में आयुष, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग में राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डा धर्म सिंह सैनी ने भी गुरुवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया।
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बीते तीन दिनों में योगी सरकार के यह तीसरे मंत्री का इस्तीफा है। सहारनपुर जिले की नकुड़ सीट का प्रतिनिधित्व करने वाले डा सैनी ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को भेजे इस्तीफे में कहा कि उन्होंने मंत्री के रूप में पूर्ण मनोयोग से अपने उत्तरदायित्वों का निर्वहन किया है। सैनी ने भी अन्य मंत्रियों की तरह भाजपा सरकार में दलितों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों की उपेक्षा किये जाने का आरोप लगाते हुये इस्तीफा दिया है।
समाजवादी नेता अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा-‘सामाजिक न्याय’ के एक और योद्धा डॉ. धर्म सिंह सैनी जी के आने से, सबका मेल-मिलाप-मिलन करानेवाली हमारी ‘सकारात्मक और प्रगतिशील राजनीति’ को और भी उत्साह व बल मिला है। सपा में उनका ससम्मान हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन!
‘सामाजिक न्याय’ के एक और योद्धा डॉ. धर्म सिंह सैनी जी के आने से, सबका मेल-मिलाप-मिलन करानेवाली हमारी ‘सकारात्मक और प्रगतिशील राजनीति’ को और भी उत्साह व बल मिला है। सपा में उनका ससम्मान हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन!
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) January 13, 2022
बाइस में समावेशी-सौहार्द की जीत निश्चित है! #मेला_होबे pic.twitter.com/2FDkLLNW93
विधानसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा को लगातार झटका मिला रहा है। औरैया जिले में बिधूना सीट से विधायक विनय शाक्य ने गुरुवार को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। इससे पहले शिकोहाबाद से भाजपा विधायक डा मुकेश वर्मा ने भी पार्टी में दलित, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों की उपेक्षा करने का आरोप लगाते हुये भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया।
राज्य भाजपा अध्यक्ष को संबोधित अपने पत्र में, वर्मा ने आरोप लगाया कि योगी आदित्यनाथ सरकार पिछले पांच वर्षों में कमजोर वर्गों, युवाओं, किसानों, दलितों और ओबीसी की समस्याओं को दूर करने में विफल रही है।
वर्मा ने कहा कि छोटे व्यापारियों और व्यापारियों को शासन में नुकसान हुआ है।
विधायक ने यह भी कहा कि वह अब पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के नेतृत्व में काम करेंगे।
मौर्य, दारा सिंह चौहान (दोनों मंत्री) रोशन लाल वर्मा, बृजेंद्र प्रजापति, भगवती शरण सागर, विनय शाक्य और अवतार सिंह भड़ाना ने पिछले दो दिनों में इस्तीफा दे दिया है।
भड़ाना जो रालोद में शामिल हो गए हैं, उन्हें छोड़कर बाकी अन्य सभी विधायकों के शुक्रवार को समाजवादी पार्टी में शामिल होने की संभावना है।
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