शहीद सीओ और विकास में थी 22 साल पुरानी रंजिश

Last Updated 12 Jul 2020 04:14:22 AM IST

बिकरू गांव में शहीद सीओ की हत्या 22 साल पुरानी रंजिश का नतीजा थी। शहीद सीओ और हिस्ट्रीशीटर विकास के बीच 22 साल से रंजिश चल रही थी।


शहीद सीओ और विकास में थी 22 साल पुरानी रंजिश

सीओ देवेन्द्र जब सिपाही पद पर कार्यरत थे और कल्याणपुर थाने में तैनात थे, तब उन्होंने विकास पर और विकास ने उन पर गोली चलायी थी, लेकिन फायर मिस हो गया था। सीओ देवेन्द्र के प्रयास से ही उस समय विकास गिरफ्तार हुआ था, तब से दोनों एक-दूसरे से खुन्नस मानते थे और 22 साल बाद जब दोनों का सामना हुआ तो विकास ने अपना बदला चुका लिया।
घटना वर्ष 1998 की है जब विकास बिकरू गांव का प्रधान था। उस समय विकास का तत्कालीन कल्याणपुर थाने में तैनात दरोगा हरिमोहन यादव से कल्याणपुर थाने में विवाद हो गया था। विवाद इतना बढ़ा कि दरोगा और विकास के बीच मारपीट हो गयी। उस समय शहीद सीओ देवेन्द्र मिश्रा कल्याणपुर थाने में सिपाही पद पर कार्यरत थे। देवेन्द्र मिश्रा ने जब विकास और इंस्पेक्टर के बीच मारपीट होती देखी तो उन्होंने विकास पर फायर कर दिया, लेकिन वह मिस हो गया। बदले में विकास ने भी देवेन्द्र मिश्रा पर फायर किया, लेकिन वह भी मिस हो गया। इसके बाद मजबूत कदकाठी के देवेन्द्र मिश्रा ने विकास को दबोच लिया और जमकर पीटने के बाद हवालात में डाल दिया।

देवेन्द्र मिश्रा के प्रयास से ही उस समय विकास गिरफ्तार हुआ था और पुलिस ने उसके पास से एक बंदूक और 30 पुड़िया स्मैक की बरामदगी दिखाकर उसे जेल भेजा था। इसके बाद से विकास ने देवेन्द्र मिश्रा से रंजिश मान ली थी, हालांकि उनके पुलिस विभाग से सम्बंधित होने के कारण विकास ने उन पर सीधा हाथ नहीं डाला। इस घटना के 22 साल बाद देवेंद्र मिश्रा सीओ बिल्हौर बने और एक बार फिर 2 जुलाई की रात सीओ और विकास आमने-सामने आ गये। इस बार विकास और उसके साथी पूरी तैयारी से थे और विकास ने अपने साथियों के साथ अपनी 22 साल पुरानी रंजिश का बदला सीओ देवेन्द्र मिश्रा की हत्या करके ले लिया।

सहारा न्यूज ब्यूरो
कानपुर


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