बढ़ते दबाव के बीच विकास दुबे के परिजनों ने उससे नाता तोड़ा

Last Updated 06 Jul 2020 04:04:11 PM IST

उत्तर प्रदेश के मोस्ट वांटेड अपराधी और गैंगस्टर विकास दुबे को बाहर निकालने के लिए उसके हर एक रिश्तेदार पर बढ़ रहे दबाव के बाद अब उसके रिश्तेदारों ने उसे अपना मानने से इनकार करना शुरू कर दिया है।


विकास दुबे की मां सरला देवी

इनमें दुबे के बहनोई दिनेश तिवारी भी शामिल हैं, जिन्हें शुक्रवार रात से ही शिवली पुलिस स्टेशन में हिरासत में रखा गया है, जब अपराधी ने आठ पुलिसकर्मियों की हत्या कानपुर में बिकरू गांव में कर दी थी।

तिवारी ने संवाददाताओं से कहा कि अगर उनका वश चले तो वह विकास दुबे को खुद गोली मार दें, क्योंकि उसकी वजह से उसके परिवार को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा, "उसने जो किया है उसकी कीमत हम चुका रहे हैं। अगर मेरे वश में होता तो मैं उसे गोली मार देता।"

दुबे के बहनोई ने कहा कि दुबे के पिता राम कुमार दुबे मानसिक रूप से अस्वस्थ हैं और उन्हें इस बात का जरा भी अंदाजा नहीं था कि वह अपने बेटे को बचाने के प्रयास में क्या कह रहे हैं।

अपराधी के पिता ने पुलिस को पहले बताया था कि जब घटना हुई थी तब विकास गांव में नहीं था।

दिनेश तिवारी ने कहा कि उन्होंने और उनके परिवार ने पिछले पांच-छह साल से विकास दुबे से सभी संबंध तोड़ लिए हैं।

विकास दुबे की बड़ी बहन चंद्रकला ने भी पत्रकारों से कहा कि उन्होंने पिछले पांच-छह साल से अपने गैंगस्टर भाई से मुलाकात नहीं की है।

उन्होंने दावा किया कि विकास ने उनके बड़े बेटे को धमकी दी थी और कुछ साल पहले उनके पति के साथ दुर्व्यवहार किया था, जिसके बाद परिवार ने उसके साथ सभी संबंध तोड़ दिए।

उनके बेटे ध्रुव ने कहा कि पुलिस ने घटना के बाद राम कुमार दुबे को उनके घर पर छोड़ दिया था। उसने कहा, "हम उनकी देखभाल नहीं कर सकते हैं और पुलिस को उनके ठहरने के लिए कुछ और इंतजाम करने चाहिए।"

ध्रुव की बहन अनामिका ने भी यही कहा, "हमारे 'मामा' (विकास) के साथ हमारा कोई संबंध नहीं है और हमें इस मुद्दे पर परेशान नहीं किया जाना चाहिए।"

वहीं विकास की मां सरला देवी ने पहले ही कहा था कि अगर उनका बेटा पुलिसकर्मियों की हत्या के लिए जिम्मेदार है, तो उसे मार दिया जाना चाहिए, लेकिन अब उन्होंने बीकरू गांव में उनके पुश्तैनी घर को ध्वस्त करने पर आपत्ति जताई है।

उन्होंने कहा, "सरकार को परिवार के बजाय विकास को दंडित करना चाहिए। हमें अकेला छोड़ दिया जाना चाहिए।"

दिलचस्प बात यह है कि जिस शख्स की शिकायत पर पुलिस विकास दुबे को पकड़ने गई थी, वह शख्स यानी राहुल तिवारी उसका साला बताया जा रहा है।

आईएएनएस
लखनऊ


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