कोरोना के कारण बाधित हुए निर्माण कार्यों को शुरू करने की ओर योगी सरकार ने कदम बढ़ाने शुरू कर दिये हैं। एक्सप्रेसवे निर्माण की तैयारियों की दिशा में सरकार जुट गयी है।
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यूपीडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि लखनऊ शहर को छोड़कर अन्य सभी जिलों में कांट्रेक्टर, प्रोजेक्ट इंप्लिमेंटेशन यूनिट के दफ्तर खुल चुके हैं।
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के निर्माण में लगे कुल मजदूरों की संख्या औसत रूप से 10,000 है, जिसमें से वर्तमान में 4,835 मजदूर इस समय आठ पैकेजों में मौजूद हैं।
अवस्थी ने बताया कि सभी कॉन्ट्रेक्टर्स को यह निर्देश दिए गए हैं कि वह मजदूरों का स्वास्थ्य परीक्षण और उनके बीच सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराना सुनिश्चित करें। लॉकडाउन से पूर्व 42 प्रतिशत से अधिक भौतिक कार्य पूर्ण कर लिया गया था।
बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे परियोजना से संबंधित सभी जिलों में भी कांट्रेक्टर, पीआइयू और अथॉरिटी इंजीनियर के कार्यालय खुले हुए हैं। इस परियोजना के निर्माण में लगे हुए कुल 6,000 मजदूरों में से निर्माण स्थलों पर वर्तमान में 2,150 मजदूर मौजूद हैं जिनके माध्यम से कार्य कराया जाना है।
वहीं गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के पैकेज-1 (गोरखपुर और संतकबीरनगर) में निर्माण कार्य प्रारंभ किया जा चुका है। इस एक्सप्रेसवे के निर्माण के लिए कुल 488 मजदूर मौके पर मौजूद हैं। परियोजना के छह में से तीन पैकेजों में निर्माण कार्य शुरू हो गया है।
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