अयोध्या का सांस्कृतिक और पौराणिक महत्व बताएंगे गाइड
अयोध्या में मंदिर निर्माण के साथ विभिन्न जगहों से आने वाले पर्यटकों की परेशानी को दूर करने के लिए और रामनगरी का ऐतिहासिक और पौराणिक महत्व बताने के लिए प्रशिक्षित गाइड तैनात करने की तैयारी हो रही है।
अयोध्या (फाइल फोटो) |
हाल ही में इसे लेकर अयोध्या नगर-निगम और अवध विश्वविद्यालय के बीच एक समझौता ज्ञापन पत्र (एमओयू) पर साइन किया गया है। इसके अंतर्गत आगामी 6 माह में नगर-निगम, गाइड मुहैया कराएगा।
नगर आयुक्त डॉ़ नीरज शुक्ला ने बताया, "गाइड प्रशिक्षण के लिए एक शिफ्ट में 50-50 बच्चों के बैच चलाएंगे। इसमें तमिल, गुजराती, मलयालम, साउथ कोरियन भाषाओं के आलावा अन्य कई भाषाएं सीखाई जाएंगी। अयोध्या के जितने भी पौराणिक और ऐतिहासिक महत्व हैं, उसके बारे में भी गाइड को प्रशिक्षण दिया जाएगा। जिससे पर्यटकों को किसी प्रकार की परेशानी न हो।"
उन्होंने बताया, "इसके अलावा हमने सिटी टूर भी रखा है, जिसे बस से करवाया जाएगा। बस सुबह 7 बजे निकलेगी, बीच में लंच भी दिया जाएगा और शाम को एक स्थान पर छोड़ देगी। शहर से दूर भरतकुंड के अलावा अन्य पौराणिक स्थल घूमाया जाएगा। बस में सुरक्षा के इंतजाम भी होंगे। हमारी करीब तीन सौ गाइड तैयार करने की योजना है। फिलहाल 6 माह में हमें 50 गाइड मिल जाएंगे। यह कोर्स दो माह का है।"
शुक्ला ने बताया कि अयोध्या में बड़ी संख्या में गैर हिन्दी भाषी क्षेत्र और विदेशों तक से आने वाले पर्यटकों के कारण स्थानीय गाइड की आवश्यकता है। गाइड को हिन्दी, अंग्रेजी के अलावा अन्य भाषाओं में पारंगत होना बहुत अनिवार्य है।
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