यूपी: प्रदर्शनों के मद्देनजर लखनऊ, अलीगढ़, गाजियाबाद में इंटरनेट सेवाएं बंद

Last Updated 20 Dec 2019 10:21:42 AM IST

संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ समेत प्रदेश के कई शहरों में प्रदर्शन ने गुरुवार को हिंसक रूप ले लिया। इसके मद्देनजर एहतियातन शुक्रवार को भी इंटरनेट सेवाएं बंद हैं।


लखनऊ जिलाधिकारी कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक राजधानी में कल हुए हिंसक प्रदर्शन और आगजनी के बाद उत्पन्न माहौल को देखते हुए इंटरनेट सेवाएं आधी रात के बाद बंद कर दी गईं। यह प्रतिबंध अगले आदेश तक लागू रहेगा।   

मालूम हो कि नए नागरिकता कानून के खिलाफ लखनऊ में गुरुवार को हिंसा भड़क उठी थी जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई और 16 पुलिसकर्मियों समेत कई लोग घायल हो गए थे। उपद्रवियों ने पथराव और आगजनी की थी।

अलीगढ़ में रेड अलर्ट जारी: इंटरनेट सेवाएं पांचवें दिन भी बंद

वहीं अलीगढ़ में पिछले कई दिनों से जारी विरोध प्रदर्शन और शुक्रवार को जुमे की नमाज के मद्देनजर रेड अलर्ट जारी किया गया है।  

एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जिलाधिकारी चंद्र भूषण सिंह ने जिले में रेड अलर्ट घोषित कर दिया है। जिले में एहतियात के तौर पर 10 कंपनी पीएसी, चार कंपनी रैपिड एक्शन फोर्स और 83 मजिस्ट्रेट तैनात कर दिए गए हैं।   

जिले में इंटरनेट पर लगी रोक आज पांचवें दिन भी जारी है। इससे कारोबार और बैंकिंग सेवाएं खासी प्रभावित हुई हैं।  

अधिकारियों का कहना है कि आज जुमे की नमाज में लोगों की भीड़ इकट्ठा होने के मद्देनजर कड़ी चौकसी बरती जा रही है।    

गौरतलब है कि सीएए के विरोध में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में गत रविवार को भड़की हिंसा के बाद शहर के कई इलाकों में विरोध प्रदर्शन हुए थे। जिले में उसके बाद भी कई स्थानों पर छुटपुट प्रदर्शन किए गए।

गाजियाबाद में रात 10 बजे तक इंटरनेट सेवा बंद

उधर, गाजियाबाद के एसएसपी सुधीर कुमार सिंह ने कहा, "संवेदनशीलता को देखते हुए ऑपरेटरों से जनपद गाजियाबाद में गुरुवार रात 10 बजे से शुक्रवार रात 10 बजे तक इंटरनेट सेवा बंद रखने को कहा गया है। यह कदम हिंसक प्रदर्शनों और शुक्रवार को जुम्मे की नमाज को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है।"

उन्होंने कहा कि पुलिस को सूचना मिली है कि राष्ट्रीय राजमार्ग पर हिंसक प्रदर्शन किए जाने का अंदेशा है। उपद्रवी तत्व राजकीय संपत्ति को नुकसान पहुंचा सकते हैं, जिससे आम जनजीवन और कानून व्यवस्था प्रभावित हो सकती है। उपद्रवी और असमाजिक तत्व इंटरनेट के माध्यम से अफवाह फैलाकर हिंसा कर सकते हैं। किसी भी अप्रिय घटना को जनहित में रोका जाना नितांत अपरिहार्य है।

जनपद गाजियाबाद की संवदेनशीलता के मद्देनजर जिला मजिस्ट्रेट अजय शंकर पांडेय ने शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी मोबाइल सेवा प्रदाता कंपनियों को नगर और देहात क्षेत्र की इंटरनेट सेवा 19 दिसंबर की रात 10 बजे से 20 दिसंबर की रात 10 बजे तक बंद कराने का आदेश पारित किया।
 

भाषा/आईएएनएस
लखनऊ


Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment